सागर। शाहपुर हादसे में 9 बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देर रात सागर कलेक्टर एसपी और एसडीएम को हटा दिया था. मुख्यमंत्री की नाराजगी इतनी ज्यादा है कि सागर कलेक्टर दीपक आर्य की जगह पर कलेक्टर बनाए गए छतरपुर के कलेक्टर संदीप जीआर ने सोमवार को ही पदभार ग्रहण कर लिया है. संदीप जीआर छतरपुर से आज सागर पहुंचे और 12 बजे उन्होंने जिला कलेक्टर कार्यालय में पदभार ग्रहण किया है. बता दें कि जिले के शाहपुर में शिवलिंग निर्माण के दौरान एक जर्जर दीवार गिरने से नौ बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त रवैया अपनाते हुए कलेक्टर, एसपी और एसडीएम को भी देर रात हटाने का आदेश दिया था.
संदीप जीआर ने किया पदभार ग्रहण
मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेश से देर रात सागर कलेक्टर, एसडीएम और एसपी को हटाने के आदेश जारी हुए थे. सुबह होते ही जैसे ही सरकारी दफ्तर खुले, तो छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर सागर पहुंचे और उन्होंने दीपक का आर्य से कलेक्टर का चार्ज लिया है.
पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव नाराज
दरअसल, ये घटनाक्रम मध्य प्रदेश विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र रहली में हुआ है. इस घटनाक्रम को लेकर जो स्थितियां बनी है. बताया जा रहा है कि गोपाल भार्गव जमकर नाराज हैं. वे इस बात पर नाराज हैं कि हादसे के वक्त शाहपुर अस्पताल में कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था. ऐसी स्थिति में बच्चों को प्राथमिक इलाज तक नहीं मिल सका और कुछ बच्चों ने तो समय पर इलाज न मिलने के कारण दम तोड़ दिया.
अब तक छह अधिकारियों कार्रवाई
शाहपुर हादसे को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है. रविवार को घटना की जानकारी मिलते ही दोपहर में जहां उन्होंने शाहपुर नगर परिषद के सीएमओ और सब इंजीनियर को निलंबित कर दिया था, तो देर रात उन्होंने जिला कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी और सागर एसडीएम को पद से हटा दिया. सागर कलेक्टर दीपक आर्य को मंत्रालय में उप सचिव पदस्थ किया गया है.
वहीं एसपी अभिषेक तिवारी को पीएचक्यू अटैच किया गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने शाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर हरिओम बंसल को भी निलंबित कर दिया है. इस तरह से इस हादसे में तीन अधिकारियों को निलंबन झेलना पड़ा है और तीन अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है.