सागर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीना रिफाइनरी में 49 हजार करोड़ रुपए के औद्योगिक काम्प्लेक्स और केन-बेतवा लिंक की सौगात देकर बुंदेलखंड के विकास को नई दिशा दी है. उन्होंने बुंदेलखड के समग्र विकास के नए द्वार खोल दिए हैं. ये कहना है मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का. मुख्यमंत्री 27 सितंबर शुक्रवार को सागर के जवाहर लाल नेहरू पुलिस अकादमी ग्राउंड में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उद्घाटन करेंगे. सीएम ने कहा "बुंदेलखंड में कृषि के साथ-साथ औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. वीरों की धरती के रूप में विख्यात बुंदेलखंड को नई पहचान के साथ औद्योगिक विकास को गति मिलेगी. क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार सृजन होगा."
बुंदेलखंड के उद्योगपतियों से सीएम की चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा "सागर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने से पहले बुंदेलखंड क्षेत्र के उद्योगपतियों से चर्चा की गई. सभी ने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये व्यापक पैमाने पर निवेश के लिए सहमति दी है. सागर में 5 औद्योगिक क्षेत्रों में 440 एकड़ भूमि पर 206 औद्योगिक इकाइयां कार्यरत हैं. इनमें लगभग 211 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है. जहां 4789 लोगों को रोजगार मिल रहा है."
बीना रिफाइनरी में 49 हजार करोड़ का निवेश
बीना में बीपीसीएल ने बीना रिफाइनरी में 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश और 4 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. रिफाइनरी के विस्तार और पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स के निर्माण के लिए 49 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश प्रस्तावित है, जिससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. इसके अलावा बुंदेलखड में खनिज आधारित, पर्यटन, फूड प्रोसेसिंग, पीतल, पेट्रोकेमिकल, फर्नीचर, बीड़ी, इंजीनियरिंग वर्क्स, प्लास्टिक और पैकेजिंग जैसे उद्योगों में अपार संभावनाएं हैं.
छतरपुर के डढ़ारी में बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनाने की तैयारी
संभागीय मुख्यालय सागर के अलावा छतरपुर जिले में 3 औद्योगिक क्षेत्र में 145 एकड़ भूमि पर 82 औद्योगिक इकाइयों में 19 करोड़ रुपये का निवेश और 560 लोगों को रोजगार मिला है. ग्राम डढारी में 131 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र प्रस्ताव है. एमएसएमई दामची, नया गांव, पठापुर और सिकारपुरा में नए औद्योगिक क्षेत्र बना रहे हैं. टीकमगढ़ में 4 औद्योगिक क्षेत्र में 32 औद्योगिक इकाइयों में 12 करोड़ रुपए का निवेश और 358 लोगों को रोजगार मिला है. यहां बेल मेटल और फर्नीचर क्लस्टर का निर्माण प्रस्तावित है.
निवाड़ी और दमोह में करोड़ों रुपये निवेश प्रस्तावित
गौरतलब है कि इसके साथ सुनोरा खिरिया, कारी खास और लिधौरा उगड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं. निवाड़ी में 3 औद्योगिक क्षेत्र में 119 औद्योगिक इकाइयां कार्यरत हैं. यहां 135 करोड़ रुपये का निवेश और 1690 लोगों को रोजगार मिला है. पैसिफिक मेटा स्टील्स 1772 करोड़ रुपये के निवेश से इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट का निर्माण करने जा रहा है. जिससे 1164 लोगों को रोजगार मिलेगा. दमोह में 3 औद्योगिक क्षेत्र में 53 औद्योगिक इकाइयों में 16 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश और 210 लोगों को रोजगार मिला है. मेसर्स जेएसडब्ल्यू सीमेंट 3 हजार करोड़ लागत का सीमेंट प्लांट प्रस्तावित है. हीरा नगरी पन्ना में 2 औद्योगिक क्षेत्र में 20 औद्योगिक इकाइयों में 46 करोड़ रुपये का निवेश और 178 लोगों को रोजगार मिला है. अमानगंज में 2 हजार करोड़ रुपये के निवेश से सीमेंट प्लांट का निर्माण और डायमंड बिजनेस पार्क की स्थापना शामिल है.