सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में रविवार सुबह अफरातफरी का माहौल हो गया, जब बीएमसी में भर्ती एक महिला का 4 दिन का बच्चा चोरी हो गया. घटना की सूचना तत्काल गोपालगंज थाना पुलिस को दी गयी और शहर के सभी थानों की पुलिस ने फुर्ती और मुस्तैदी दिखाते हुए 2 घंटे में नवजात शिशु को एक महिला से बरामद कर परिवार को सौंप दिया. बच्चा चुराने वाली महिला ने पुलिस को गुमराह करने रास्ते में कपड़े भी बदल लिए लेकिन पुलिस की निगाह से बच ना सकी. चोरी गए नवजात को ढूंढने पुलिस के करीब 100 जवानों ने कड़ी मशक्कत की. सागर एसपी ने त्वरित कार्रवाई करने पर पुलिस जवानों का हौसला बढ़ाते हुए 10 हजार के इनाम की घोषणा की है.
खबर मिलते ही पुलिस ने दिखाई सक्रियता
बुंदेलखंड मेडिकल कालेज से बच्चा चोरी की खबर जैसे ही पुलिस को मिली तो पूरे शहर के थानों की पुलिस को सक्रिय कर 2 घंटे में बच्चा खोजकर परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह करीब 9 बजे बीएमसी पुलिस चौकी में सूचना मिली कि मेडिकल कालेज में भर्ती महिला के नवजात शिशु को कोई महिला उठाकर ले गयी. बीएमसी चौकी से तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी गयी.
नए बस स्टैंड पर मिली बच्चा चोरनी महिला
कंट्रोल रूम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत शहर के थाना में मौजूद पुलिस बल, चीता मोबाइल, डायल 100 को सूचना दी. अपहरणकर्ता महिला के बच्चे को ले जाने के सभी संभावित रास्तों में चेकिंग लगा दी गई. पुलिस ने शहर के 100 से अधिक जवानों को नवजात शिशु को सही सलामत खोजने में लगा दिया गया. करीब एक घंटे बाद नए बस स्टैंड राजघाट रोड पर चीता मोबाइल के आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर और आरक्षक अमन सरयाम को एक महिला नवजात बच्चे को गोदी में लिए मिली. शक होने पर महिला को बच्चे की तस्दीक कराने पर बच्चा चोरी का निकला.
कपड़े बदलकर पहचान नहीं छिपा सकी महिला
एसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि "महिला ने पहचान छिपाने के लिए बीएमसी से बच्चा ले जाते समय जो कपड़े पहने थे, उनको बदल दिया था, जिससे उसे कोई पहचान ना सके लेकिन पुलिस जवानों की सक्रियता से उसे पकड़ लिया गया. शहर के सभी थानों के टीमवर्क और त्वरित कार्रवाई पर पुलिसकर्मियों को 10 हजार रूपये इनाम दिया जाएगा."