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नेता-अभिनेताओं के गुरू 'दद्दा जी' को पसंद था हलवा, गुरु पूर्णिमा भोग के लिए उमड़ेगी भीड़ - Sagar Guru Purnima 2024

सागर के दद्दा जी के मंदिर में गुरु पूर्णिमा को लेकर तैयारियां जारी हैं. दद्दा जी के अनुयायी व शिष्यों द्वारा गुरु पुर्णिमा पर विशेष पूजन कर भोग लगाया जाएगा. इसी भोग को उनके भक्तों को प्रसादी के रूप में वितरित किया जाएगा.

SAGAR GURU PURNIMA 2024
दद्दा जी के मंदिर में गुरु पूर्णिमा की खास तैयारियां (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 20, 2024, 10:31 PM IST

सागर: सनातन संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सनातनी अपने गुरु के सम्मान में विशेष पूजा अर्चना करते हैं और गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस प्राचीन परंपरा को लोग आज भी श्रद्धा और भक्ति के साथ मानते हैं. ऐसे ही संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के शिष्य गण अपने गुरु का गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष रूप से स्मरण करते हैं. दद्दा जी ने करीब 125 महायज्ञ के माध्यम से अरबों- खबरों पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कराया. उनके अनुयायियों में फिल्म अभिनेता और नेताओं की लंबी सूची है. सागर में उनके शिष्य मंडल द्वारा दद्दाजी और गुरु माता का मंदिर भी बनाया गया है. मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष आयोजन किया जाता है. दद्दा जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और आटे के हलवा का भोग लगाया जाता है. जिसे शिष्य मंडल प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं.

गुरु पूर्णिमा पर दद्दा जी के मंदिर में लगता है भक्तों का तांता (ETV Bharat)

कौन है कूड़ा वाले दद्दा जी

प्रसिद्ध गृहस्थ संत ब्रह्मलीन पंडित देव प्रभाकर शास्त्री का जन्म मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बहोरीबंद तहसील का कूड़ा मर्दानगढ़ गांव में हुआ था. इसलिए उनको कूड़ा वाले दद्दा जी के नाम से उनके भक्तगण पुकारते थे. गृहस्थ संत दद्दा जी आध्यात्मिक प्रवचन के अलावा शिवलिंग निर्माण के महायज्ञ के आयोजन के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध थे. उन्होंने पार्थिव शिवलिंग निर्माण के 125 से ज्यादा महायज्ञ सम्पन्न कराए. इसके अलावा 50 से ज्यादा अन्य यज्ञ और श्रीमद्भागवत का आयोजन देश के अलग-अलग शहरों में किया है. दद्दाजी जी से दीक्षित शिष्यों की संख्या 18 लाख से ज्यादा है. देश भर में बड़ी संख्या में उनके अनुयायी हैं. फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा, राजपाल यादव के अलावा कई टीवी और फिल्म कलाकार उनके शिष्यों में शामिल हैं. इनके अलावा राजनेता, उद्योगपति, समाजसेवी और सभी वर्गों के लोग उनके अनुयायी हैं.

यहां पढ़ें...

सागर के पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी मंदिर में लगा शिष्यों और भक्तों का तांता, मनाई गई

सागर: मंदिर में दद्दाजी की मूर्ति की होगी प्राण प्रतिष्ठा

सागर में है दद्दा जी का मंदिर

पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के ब्रह्मलीन होने के बाद सागर के मकरोनिया में स्थित श्री राम दरबार मंदिर में दद्दा जी और गुरु माता का मंदिर उनके शिष्य गणों ने बनवाया है. मंदिर में एकादशी और पूर्णिमा के अलावा गुरु पूर्णिमा पर विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस बार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सुबह 10 बजे दद्दा जी और गुरु माता की विशेष आरती की जाएगी. इसके बाद दद्दा जी को आटे के हलवे का विशेष भोग लगाया जाएगा, फिर हलवा भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में दद्दा जी के शिष्य और अनुयायी मंदिर पहुंचकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं और आशीर्वाद लेते हैं.

सागर: सनातन संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सनातनी अपने गुरु के सम्मान में विशेष पूजा अर्चना करते हैं और गुरु का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस प्राचीन परंपरा को लोग आज भी श्रद्धा और भक्ति के साथ मानते हैं. ऐसे ही संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के शिष्य गण अपने गुरु का गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष रूप से स्मरण करते हैं. दद्दा जी ने करीब 125 महायज्ञ के माध्यम से अरबों- खबरों पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कराया. उनके अनुयायियों में फिल्म अभिनेता और नेताओं की लंबी सूची है. सागर में उनके शिष्य मंडल द्वारा दद्दाजी और गुरु माता का मंदिर भी बनाया गया है. मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष आयोजन किया जाता है. दद्दा जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और आटे के हलवा का भोग लगाया जाता है. जिसे शिष्य मंडल प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं.

गुरु पूर्णिमा पर दद्दा जी के मंदिर में लगता है भक्तों का तांता (ETV Bharat)

कौन है कूड़ा वाले दद्दा जी

प्रसिद्ध गृहस्थ संत ब्रह्मलीन पंडित देव प्रभाकर शास्त्री का जन्म मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बहोरीबंद तहसील का कूड़ा मर्दानगढ़ गांव में हुआ था. इसलिए उनको कूड़ा वाले दद्दा जी के नाम से उनके भक्तगण पुकारते थे. गृहस्थ संत दद्दा जी आध्यात्मिक प्रवचन के अलावा शिवलिंग निर्माण के महायज्ञ के आयोजन के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध थे. उन्होंने पार्थिव शिवलिंग निर्माण के 125 से ज्यादा महायज्ञ सम्पन्न कराए. इसके अलावा 50 से ज्यादा अन्य यज्ञ और श्रीमद्भागवत का आयोजन देश के अलग-अलग शहरों में किया है. दद्दाजी जी से दीक्षित शिष्यों की संख्या 18 लाख से ज्यादा है. देश भर में बड़ी संख्या में उनके अनुयायी हैं. फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा, राजपाल यादव के अलावा कई टीवी और फिल्म कलाकार उनके शिष्यों में शामिल हैं. इनके अलावा राजनेता, उद्योगपति, समाजसेवी और सभी वर्गों के लोग उनके अनुयायी हैं.

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सागर में है दद्दा जी का मंदिर

पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी के ब्रह्मलीन होने के बाद सागर के मकरोनिया में स्थित श्री राम दरबार मंदिर में दद्दा जी और गुरु माता का मंदिर उनके शिष्य गणों ने बनवाया है. मंदिर में एकादशी और पूर्णिमा के अलावा गुरु पूर्णिमा पर विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस बार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सुबह 10 बजे दद्दा जी और गुरु माता की विशेष आरती की जाएगी. इसके बाद दद्दा जी को आटे के हलवे का विशेष भोग लगाया जाएगा, फिर हलवा भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में दद्दा जी के शिष्य और अनुयायी मंदिर पहुंचकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं और आशीर्वाद लेते हैं.

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