सागर : मोहन यादव सरकार के खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि आगामी 27 सितंबर को सागर में आयोजित होने जा रहे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में औद्योगिक क्षेत्र में बुंंदेलखड को नई पहचान मिलेगी. गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, '' सागर सहित पूरे बुंदेलखंड में जो परंपरागत और पुराने उद्योग संचालित हो रहे हैं, वो उद्योग अपनी नई पहचान के साथ बुंंदेलखड को औद्योगिकीकरण की दिशा में उड़ान भरने में मदद करेंगे. रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में पुराने उद्योगों की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार वचनबद्ध है.''
बंद हो चुके उद्योगों को मिलेगी संजीवनी
खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने आगे कहा, '' सागर के अगरबत्ती उद्योग को फिर गौरव प्रदान किया जाएगा. यहां अगरबत्ती उद्योग में हजारों लोग काम करते थे. उनकी रोजी-रोटी पर संकट ना आए, इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार उनकी समस्याओं का निराकरण कर उन्हें फिर स्थापित करने का प्रयास कर रही है.''
2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाएगी सरकार
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने आगे कहा, '' साल 2025 को मध्यप्रदेश सरकार उद्योग वर्ष के रूप में मनाएगी. मुख्यमंत्री मोहन यादव का सपना है कि मध्यप्रदेश उद्योग प्रधान राज्य बने. इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री के प्रयास से रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है. इसके माध्यम से 2025 तक बुंदेलखंड सहित प्रदेश के सभी संभागों में उद्योग लगाएंगे और निवेश होगा. निवेश से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सहित बुंदेलखंड प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा.
समस्याओं के निराकरण पर फोकस
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने निर्देश दिए थे कि सागर सहित बुंदेलखंड के बीड़ी व अगरबत्ती उद्योगों की समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य किए जाएंं. इस संबंध में लगातार उद्योगपतियों से चर्चा की जा रही है और समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है. मप्र सरकार ने 27 सितंबर को होने वाले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अधिक से अधिक पंजीयन कराने और निवेश की अपील की है, जिससे बुंंदेलखड में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.