ETV Bharat / state

539 बरस बाद ग्रहों का महासंयोग, इंडिया को विश्वगुरू और आपको बना सकता है धनवान - AFTER 539 YEARS MAHASANYOG

20, 21 और 22 दिसंबर को ग्रहों का महासंयोग बनने वाला है. ऐसा संयोग 539 साल बाद बनेगा. इसकी छाया पूरे विश्व पर पडे़गी.

AFTER 539 YEARS MAHASANYOG
539 साल बाद बन रही है स्थिति (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 2 hours ago

सागर: आने वाला शुक्रवार, शनिवार और रविवार का दिन वैश्विक स्तर पर एक बड़ी खगोलीय घटना का गवाह बनने जा रहा है. ज्योतिषाचार्यों की मानें, तो नवग्रहों की स्थिति को लेकर विशेष खगोलीय घटना घटित होने जा रही है. इसे ग्रहों का महासंयोग कहा जाता है. इस विशेष महासंयोग में सभी ग्रह अलग-अलग राशियों में होते हैं. ग्रहों का ये महासंयोग इस वर्ष लगभग 539 साल बाद बनने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस महासंयोग से बड़े प्राकृतिक और आर्थिक परिवर्तन देखने को मिलेगा और विश्व स्तर पर भारत का मान बढ़ेगा.

क्या है महासंयोग?

ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम कहते हैं कि "2024 में ये स्थिति 20, 21 और 22 दिसंबर को 2:15 मिनट दोपहर तक रहेगी. इस समय सभी ग्रह अलग-अलग राशियों में रहेंगे." ज्योतिष मठ संस्थान के संचालक पंडित गौतम ने आगे बताया कि "कालगणना के अनुसार, इसके पहले अलग-अलग राशियों में सभी ग्रह 1485 ईस्वी में थे. जब भी ग्रह गोचरीय व्यवस्था में लंबे अंतराल बाद समानता होती है, उसे ग्रहों का महासंयोग कहते हैं.

महासंयोग की जानकारी देते ज्योतिषाचार्य (ETV Bharat)

539 साल बाद बन रही है स्थिति

उन्होंने बताया "लगभग 539 साल बाद ये स्थिति इस बार दिसंबर 2024 में बनी है. भविष्य में ऐसी स्थिति कब बनेगी, यह काल गणना व शोध का विषय है. ग्रहों के महासंयोग की स्थिति में उदय कालिक लग्न धनु राशि में सूर्य, मकर राशि में शुक्र, कुंभ राशि में शनि, मीन राशि में राहु, वृष राशि में गुरु, कर्क राशि में मंगल, सिंह राशि में चंद्रमा, कन्या राशि में केतु और वृश्चिक राशि में बुध विचरण करेंगे. इस प्रकार प्रत्येक राशि में गृह अलग-थलग रहेंगे."

सप्ताह के अंत से खरमास शुरु, इन राशि वालों के हाथ लगेगा जैकपॉट! पैसा खुद चलकर आएगा

सही दिशा में कचरा रखने से चमकता है भाग्य, घर में इन जगहों पर रखा कबाड़ तो रूठेगा भाग्य

भारत को वैश्विक स्तर पर मिलेगा फायदा

पंडित गौतम के अनुसार "ज्योतिष काल गणना में ऐसी स्थितियां 500 वर्ष बाद ही बनती हैं. ग्रहों का यह महासंयोग विश्व स्तरीय प्रभाव दे सकता है. प्राकृतिक, मानवीय और आर्थिक परिवर्तन देखे जा सकते हैं. महासंयोग पर शोध के अनुसार 539 साल बाद ग्रहों का महासंयोग युग परिवर्तन कराने और भारत को विश्व गुरु बनाने में सहयोग प्रदान करता है."

सागर: आने वाला शुक्रवार, शनिवार और रविवार का दिन वैश्विक स्तर पर एक बड़ी खगोलीय घटना का गवाह बनने जा रहा है. ज्योतिषाचार्यों की मानें, तो नवग्रहों की स्थिति को लेकर विशेष खगोलीय घटना घटित होने जा रही है. इसे ग्रहों का महासंयोग कहा जाता है. इस विशेष महासंयोग में सभी ग्रह अलग-अलग राशियों में होते हैं. ग्रहों का ये महासंयोग इस वर्ष लगभग 539 साल बाद बनने जा रहा है. माना जा रहा है कि इस महासंयोग से बड़े प्राकृतिक और आर्थिक परिवर्तन देखने को मिलेगा और विश्व स्तर पर भारत का मान बढ़ेगा.

क्या है महासंयोग?

ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम कहते हैं कि "2024 में ये स्थिति 20, 21 और 22 दिसंबर को 2:15 मिनट दोपहर तक रहेगी. इस समय सभी ग्रह अलग-अलग राशियों में रहेंगे." ज्योतिष मठ संस्थान के संचालक पंडित गौतम ने आगे बताया कि "कालगणना के अनुसार, इसके पहले अलग-अलग राशियों में सभी ग्रह 1485 ईस्वी में थे. जब भी ग्रह गोचरीय व्यवस्था में लंबे अंतराल बाद समानता होती है, उसे ग्रहों का महासंयोग कहते हैं.

महासंयोग की जानकारी देते ज्योतिषाचार्य (ETV Bharat)

539 साल बाद बन रही है स्थिति

उन्होंने बताया "लगभग 539 साल बाद ये स्थिति इस बार दिसंबर 2024 में बनी है. भविष्य में ऐसी स्थिति कब बनेगी, यह काल गणना व शोध का विषय है. ग्रहों के महासंयोग की स्थिति में उदय कालिक लग्न धनु राशि में सूर्य, मकर राशि में शुक्र, कुंभ राशि में शनि, मीन राशि में राहु, वृष राशि में गुरु, कर्क राशि में मंगल, सिंह राशि में चंद्रमा, कन्या राशि में केतु और वृश्चिक राशि में बुध विचरण करेंगे. इस प्रकार प्रत्येक राशि में गृह अलग-थलग रहेंगे."

सप्ताह के अंत से खरमास शुरु, इन राशि वालों के हाथ लगेगा जैकपॉट! पैसा खुद चलकर आएगा

सही दिशा में कचरा रखने से चमकता है भाग्य, घर में इन जगहों पर रखा कबाड़ तो रूठेगा भाग्य

भारत को वैश्विक स्तर पर मिलेगा फायदा

पंडित गौतम के अनुसार "ज्योतिष काल गणना में ऐसी स्थितियां 500 वर्ष बाद ही बनती हैं. ग्रहों का यह महासंयोग विश्व स्तरीय प्रभाव दे सकता है. प्राकृतिक, मानवीय और आर्थिक परिवर्तन देखे जा सकते हैं. महासंयोग पर शोध के अनुसार 539 साल बाद ग्रहों का महासंयोग युग परिवर्तन कराने और भारत को विश्व गुरु बनाने में सहयोग प्रदान करता है."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.