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नीट मामले पर पायलट ने घेरा केंद्र को, कहा-परीक्षा प्रणाली पर खड़े हुए सवाल, सरकार तय करे जिम्मेदारी - Sachin Pilot on NEET controversy

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने नीट परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है. पायलट ने कहा कि सरकार लीपापोती ना करते हुए जिम्मेदारी तय करे.

Sachin Pilot
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 26, 2024, 8:57 PM IST

नीट मामले पर पायलट ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. नीट परीक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बीच प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा नीट की परीक्षा का है. विवादित होने के कारण लाखों-करोड़ों नौजवानों को सदमा लगा है. पायलट ने कहा कि परीक्षा की प्रणाली पर सवाल खड़े हुए हैं. लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने किसी भी व्यक्ति पर जिम्मेदारी तय नहीं की है.

पायलट ने कहा कि परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने जिस तरह से शुरू में अड़ियल रवैया अपनाया था, उसके बाद उन्हें अपनी गलती स्वीकार करनी पड़ी. लेकिन अभी तक जिम्मेदारी तय नहीं की गई है. जिस तरह से लीपापोती कर बचाव करने का काम हो रहा है, यह सरकार को शोभा नहीं देता है. इस स्थिति के कारण लोगों में लगातार भ्रम की स्थिति फैली हुई है की हमारा भविष्य सुरक्षित है या नहीं.

पढ़ें: नीट यूजी परीक्षा परिणाम को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने NTA और केन्द्र सरकार से मांगा जवाब - NEET UG Results 2024

सबसे ज्यादा शिक्षित: पायलट ने केंद्र सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि आज आजाद भारत के इतिहास में सबसे ज्यादा शिक्षित बेरोजगारी है. इसका समाधान ढूंढने के लिए सरकार को काम करना चाहिए. यह सरकार वह है जो काम करने से पहले 100 दिन की योजना बना रही थी और ओवर कॉन्फिडेंस में काम कर रहे थे. नीट मामले मे जो लोग जिम्मेदार हैं, उनका बचाव नहीं होना चाहिए. सरकार को पूरी कार्रवाई भी करनी चाहिए और जनता को भी बताना चाहिए. नीट की प्रक्रिया से बाकी परीक्षाओं को जो कैंसिल किया गया है, उससे यह लगता है कि ये बहुत बड़ा सिस्टम फेलियर है. 10 साल से सरकार सत्ता में रही और भाषण दिए. युवाओं के नाम पर वोट भी लिया. परीक्षा पर चर्चा, चाय पर चर्चा चलाई, लेकिन इसके बाद भी युवाओं का विश्वास डगमगाया है.

पढ़ें: NEET की लड़ाई...सियासी पारा हाई, 'नीट में धांधली कमजोर केंद्र सरकार का पहला असर' - टीकाराम जूली - NEET Controversy Row

नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई गलत: पायलट ने कहा कि राजस्थान के बिजली और पानी की किल्लत के बाद हालात बिगड़े हुए हैं. मूलभूत सुविधाएं देने में सरकार नाकामयाब रही है. कोटा में पॉलीटिकल पार्टी परमिशन लेने के बाद अपना आंदोलन कर रही थी. जो बिजली पानी के लिए था. लेकिन जिस तरह से कोटा में कार्रवाई हुई है वह गलत है. पायलट ने आरोप लगाया कि जनता को राहत देने के बजाय सरकार ने नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई कर दी, जो गलत है. हमने जो बात रखी, उस पर संज्ञान लेकर सरकार को सुविधा देने का काम करना चाहिए.

नीट मामले पर पायलट ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. नीट परीक्षा को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बीच प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा नीट की परीक्षा का है. विवादित होने के कारण लाखों-करोड़ों नौजवानों को सदमा लगा है. पायलट ने कहा कि परीक्षा की प्रणाली पर सवाल खड़े हुए हैं. लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने किसी भी व्यक्ति पर जिम्मेदारी तय नहीं की है.

पायलट ने कहा कि परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने जिस तरह से शुरू में अड़ियल रवैया अपनाया था, उसके बाद उन्हें अपनी गलती स्वीकार करनी पड़ी. लेकिन अभी तक जिम्मेदारी तय नहीं की गई है. जिस तरह से लीपापोती कर बचाव करने का काम हो रहा है, यह सरकार को शोभा नहीं देता है. इस स्थिति के कारण लोगों में लगातार भ्रम की स्थिति फैली हुई है की हमारा भविष्य सुरक्षित है या नहीं.

पढ़ें: नीट यूजी परीक्षा परिणाम को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने NTA और केन्द्र सरकार से मांगा जवाब - NEET UG Results 2024

सबसे ज्यादा शिक्षित: पायलट ने केंद्र सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि आज आजाद भारत के इतिहास में सबसे ज्यादा शिक्षित बेरोजगारी है. इसका समाधान ढूंढने के लिए सरकार को काम करना चाहिए. यह सरकार वह है जो काम करने से पहले 100 दिन की योजना बना रही थी और ओवर कॉन्फिडेंस में काम कर रहे थे. नीट मामले मे जो लोग जिम्मेदार हैं, उनका बचाव नहीं होना चाहिए. सरकार को पूरी कार्रवाई भी करनी चाहिए और जनता को भी बताना चाहिए. नीट की प्रक्रिया से बाकी परीक्षाओं को जो कैंसिल किया गया है, उससे यह लगता है कि ये बहुत बड़ा सिस्टम फेलियर है. 10 साल से सरकार सत्ता में रही और भाषण दिए. युवाओं के नाम पर वोट भी लिया. परीक्षा पर चर्चा, चाय पर चर्चा चलाई, लेकिन इसके बाद भी युवाओं का विश्वास डगमगाया है.

पढ़ें: NEET की लड़ाई...सियासी पारा हाई, 'नीट में धांधली कमजोर केंद्र सरकार का पहला असर' - टीकाराम जूली - NEET Controversy Row

नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई गलत: पायलट ने कहा कि राजस्थान के बिजली और पानी की किल्लत के बाद हालात बिगड़े हुए हैं. मूलभूत सुविधाएं देने में सरकार नाकामयाब रही है. कोटा में पॉलीटिकल पार्टी परमिशन लेने के बाद अपना आंदोलन कर रही थी. जो बिजली पानी के लिए था. लेकिन जिस तरह से कोटा में कार्रवाई हुई है वह गलत है. पायलट ने आरोप लगाया कि जनता को राहत देने के बजाय सरकार ने नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई कर दी, जो गलत है. हमने जो बात रखी, उस पर संज्ञान लेकर सरकार को सुविधा देने का काम करना चाहिए.

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