बारां: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत इन दिनों बारां दौरे पर हैं. वह संघ के कार्य विस्तार को लेकर अलग-अलग बैठक कर रहे हैं. वहीं, शुक्रवार सुबह में 6:00 बजे कोटा रोड स्थित कॉलोनी से देव दर्शन के लिए निकले. इस दौरान वे 18वीं शताब्दी में राज परिवार द्वारा निर्माण करवाए गए मांगरोल रोड मेला ग्राउंड स्थित प्यारे स्थित रामजी मंदिर पहुंचे, जहां पर उन्होंने देव दर्शन किए और भगवान का आशीर्वाद लिया. इसी दौरान मंदिर परिसर के नजदीक भागवत और अन्य पदाधिकारियों ने 51 पौधे लगाए. इसमें आंवला, बिल्वपत्र व पीपल के पौधे हैं. मंदिर का निर्माण पूर्व राजपरिवार की ओर से 1726 में शुरू किया गया था.
इसके बाद में आरएसएस की शाखा में पहुंचे, जहां पर 1 घंटे तक उन्होंने अलग-अलग गतिविधियों में भाग लिया और स्वयंसेवकों से चर्चा की. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चित्तौड़ प्रांत प्रचार प्रमुख राजेंद्र लालवानी ने बताया कि संघ प्रमुख ने मंदिर में दर्शन के बाद मंदिर के इतिहास और निर्माण के संबंध में जानकारी ली. इसके बाद शिव मंदिर तरुण शाखा में स्वयंसेवकों के साथ 1 घंटे तक भाग लिया. सभी स्वयंसेवकों ने योग, व्यायाम और सूर्य नमस्कार के साथ-साथ बौद्धिक पर चर्चा की. इसके बाद शाखा में मौजूद कार्यकर्ताओं ने संघ प्रमुख से बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर सवाल पूछे.
इनका जवाब देते हुए संघ प्रमुख में कहा कि भारत पहले से ही एक हिंदू राष्ट्र है, जिसे उन्नत, सामर्थ्यवान व बलशाली बनाना है. शाखा से समाज को जोड़ने के सूत्र बताते हुए भागवत ने कहा कि अपरिचित से परिचय बढ़ाना, परिचित को मित्र बनाना, मित्र को स्वयंसेवक बनाना चाहिए. रोज शाखा से ही समाज के लिए योग्य स्वयंसेवक बनेंगे.