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वीर अब्दुल हमीद के पैतृक गांव पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत, 'मेरे पापा परमवीर' पुस्तक का किया लोकार्पण, देवरहा हंस बाबा के आश्रम पहुंचकर लिया आशीर्वाद - RSS chief Mohan Bhagwat

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 1, 2024, 7:21 PM IST

Updated : Jul 1, 2024, 10:25 PM IST

राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को (RSS chief Mohan Bhagwat) परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के पैतृक गांव पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दो पुस्तकों का विमोचन किया.

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पुस्तक का विमोचन किया
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पुस्तक का विमोचन किया (फोटो क्रेडिट : Etv Bharat)

अब्दुल हमीद के पैतृक गांव पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

गाजीपुर/मिर्जापुर : परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की 92वीं जयंती पर राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत गाजीपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पैतृक गांव धामपुर में स्थापित अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर मोहन भागवत ने दो पुस्तकों का विमोचन किया. जिसमें एक मशहूर फिल्म लेखक रामचंद्रन श्रीनिवासन द्वारा लिखित 'मेरे पापा परमवीर' और दूसरी कैप्टन मकसूद गाजीपुरी द्वारा लिखित पुस्तक 'भारत के मुसलमान' का विमोचन किया.

अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया
अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया (फोटो क्रेडिट : ETV bharat)

मंच से संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं यहां आया तो लिखा देखा कि 'शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशान होगा'. वास्तव में जो अपनी मिट्टी पर शहीद होते हैं वे लोग अमर हो जाते हैं, उनका बलिदान महान होता है. उन्होंने कहा कि जानवर और इंसान में फर्क होता है. इंसान दूसरों के लिए जीता है, जबकि जानवर अपने लिए जीता है. उन्होंने कहा कि परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद देश के लिए जिए और देश के लिए ही कछ के रण में शहीद हो गए. मनुष्य में बलिदान की भावना उसे महान बनाती है.

इस अवसर पर मोहन भागवत लगभग एक घंटे से ज्यादा रहे और वीर अब्दुल हमीद के परिजनों से भी मिले. उनके बड़े बेटे जैनुल हसन (सेना से रिटायर) ने कहा कि पिता की 1 जुलाई को जयंती होती है, उसके लिए मैं संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिला था. उन्होंने आने के लिए कहा तो मैंने फिल्म लेखक रामचंद्रन श्रीनिवासन से एक पुस्तक लिखवाई थी. जिसका नाम 'मेरे पापा परमवीर' है. इस पुस्तक पर मैं एक फिल्म भी बनवाने जा रहा हूं जो मेरे पिता के जीवन पर आधारित होगी. फिल्म एक डेढ़ साल में रिलीज हो जाएगी.

आठ पाकिस्तानी पैटन टैंकों को किया था तबाह : वीर अब्दुल हमीद का जन्म 1 जुलाई 1933 को यूपी के गाजीपुर में हुआ था. 20 साल की उम्र में वे सेना में भर्ती हुए थे. 1965 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में पंजाब के खेमकरण सेक्टर में अब्दुल हमीद ने आठ पाकिस्तानी पैटन टैंकों को तबाह कर दिया था. अब्दुल हमीद इस युद्ध में आठवां पैटन टैंक तबाह करते समय वीरगति को प्राप्त हुए थे. भारत सरकार ने अब्दुल हमीद को अदम्य वीरता और साहस के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया था.

देवरहा बाबा आश्रम पहुंचे राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत
देवरहा बाबा आश्रम पहुंचे राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (फोटो क्रेडिट : ETV bharat)

मिर्जापुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का काफिला पहुंचा देवरहा बाबा आश्रम : राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को देवरहा हंस बाबा के आश्रम पहुंचे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देवरहा हंस बाबा का आशीर्वाद लेने के बाद हनुमान जी को पांच हजार किलो लड्डू का भोग लगाकर हवन पूजन किया. आश्रम में रात्रि विश्राम करने के बाद मंगलवार की दोपहर वाराणसी के लिए रवाना होंगे. इस दौरान आरएसएस प्रमुख राष्ट्रीय सेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करेंगे. संभावना जताई जा रही है कि आरएसएस प्रमुख मां विंध्यवासिनी देवी के भी दर्शन कर सकते हैं. मोहन भागवत आश्रम में पौधारोपण भी करेंगे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आश्रम में रात्रि विश्राम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.

यह भी पढ़ें : अब्दुल हमीद जन्मदिन विशेष : जोश देख दंग रह गई थी पाकिस्तानी सेना, पैंटन टैंकों को कर दिया था तबाह

यह भी पढ़ें : 1965 की जंग में शहीद हुए वीर अब्दुल हमीद की पत्नी ने ली आखिरी सांस, CM योगी ने जताया शोक

अब्दुल हमीद के पैतृक गांव पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

गाजीपुर/मिर्जापुर : परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की 92वीं जयंती पर राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत गाजीपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पैतृक गांव धामपुर में स्थापित अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर मोहन भागवत ने दो पुस्तकों का विमोचन किया. जिसमें एक मशहूर फिल्म लेखक रामचंद्रन श्रीनिवासन द्वारा लिखित 'मेरे पापा परमवीर' और दूसरी कैप्टन मकसूद गाजीपुरी द्वारा लिखित पुस्तक 'भारत के मुसलमान' का विमोचन किया.

अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया
अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया (फोटो क्रेडिट : ETV bharat)

मंच से संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं यहां आया तो लिखा देखा कि 'शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशान होगा'. वास्तव में जो अपनी मिट्टी पर शहीद होते हैं वे लोग अमर हो जाते हैं, उनका बलिदान महान होता है. उन्होंने कहा कि जानवर और इंसान में फर्क होता है. इंसान दूसरों के लिए जीता है, जबकि जानवर अपने लिए जीता है. उन्होंने कहा कि परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद देश के लिए जिए और देश के लिए ही कछ के रण में शहीद हो गए. मनुष्य में बलिदान की भावना उसे महान बनाती है.

इस अवसर पर मोहन भागवत लगभग एक घंटे से ज्यादा रहे और वीर अब्दुल हमीद के परिजनों से भी मिले. उनके बड़े बेटे जैनुल हसन (सेना से रिटायर) ने कहा कि पिता की 1 जुलाई को जयंती होती है, उसके लिए मैं संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिला था. उन्होंने आने के लिए कहा तो मैंने फिल्म लेखक रामचंद्रन श्रीनिवासन से एक पुस्तक लिखवाई थी. जिसका नाम 'मेरे पापा परमवीर' है. इस पुस्तक पर मैं एक फिल्म भी बनवाने जा रहा हूं जो मेरे पिता के जीवन पर आधारित होगी. फिल्म एक डेढ़ साल में रिलीज हो जाएगी.

आठ पाकिस्तानी पैटन टैंकों को किया था तबाह : वीर अब्दुल हमीद का जन्म 1 जुलाई 1933 को यूपी के गाजीपुर में हुआ था. 20 साल की उम्र में वे सेना में भर्ती हुए थे. 1965 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में पंजाब के खेमकरण सेक्टर में अब्दुल हमीद ने आठ पाकिस्तानी पैटन टैंकों को तबाह कर दिया था. अब्दुल हमीद इस युद्ध में आठवां पैटन टैंक तबाह करते समय वीरगति को प्राप्त हुए थे. भारत सरकार ने अब्दुल हमीद को अदम्य वीरता और साहस के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया था.

देवरहा बाबा आश्रम पहुंचे राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत
देवरहा बाबा आश्रम पहुंचे राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (फोटो क्रेडिट : ETV bharat)

मिर्जापुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का काफिला पहुंचा देवरहा बाबा आश्रम : राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को देवरहा हंस बाबा के आश्रम पहुंचे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देवरहा हंस बाबा का आशीर्वाद लेने के बाद हनुमान जी को पांच हजार किलो लड्डू का भोग लगाकर हवन पूजन किया. आश्रम में रात्रि विश्राम करने के बाद मंगलवार की दोपहर वाराणसी के लिए रवाना होंगे. इस दौरान आरएसएस प्रमुख राष्ट्रीय सेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करेंगे. संभावना जताई जा रही है कि आरएसएस प्रमुख मां विंध्यवासिनी देवी के भी दर्शन कर सकते हैं. मोहन भागवत आश्रम में पौधारोपण भी करेंगे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आश्रम में रात्रि विश्राम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.

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Last Updated : Jul 1, 2024, 10:25 PM IST
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