राजगढ़। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटो में प्रदेश के साथ साथ देश में भी चर्चित रही. राजगढ़ लोकसभा सीट के परिणामों में भाजपा के रोडमल नागर ने जहां जीत की हैट्रिक लगाई, वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को एक लाख 45 हजार से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन क्या इस हार के बाद भी नरेंद्र मोदी पीएम बनने की हैट्रिक लगा पाएंगे या नहीं. ये तो आने वाला समय ही तय करेगा. वहीं परिणाम के बाद बीजेपी प्रत्याशी रोडमल नागर ने कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह से मुलाकात की.
1 लाख वोटों से हारे दिग्विजय सिंह
बता दें कि मंगलवार को देश की समस्त लोकसभा सीट के लिए हुई मतगणना में दिग्विजय सिंह केवल मतपत्रों की गिनती के दौरान एक बार ही भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर से कुछ पलों के लिए आगे रहे, लेकिन ईवीएम की गिनती शुरू होने के बाद से वे भाजपा की लीड को कवर नहीं कर पाए और अंत में उन्हें एक लाख 45 हजार से अधिक मतों से हार का समाना करना पड़ा. जानकारी के मुताबिक राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की आठों विधानसभाओं में डाले गए कुल 14 लाख 25 हजार 911 मतों में से भाजपा के रोडमल नागर को 756139 मत मिले. वहीं कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को 6,10,602 वोट मिले. उन्हें 1 लाख 45 हजार से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा.
राजनीति से अलग शिष्टाचार की तस्वीर
राजनीति में हार-जीत लगी रहती है, लेकिन इससे अलग नेताओं के आपसी संबंध की कई खबरें आए दिन सामने आती रही हैं. एक बार फिर ऐसा ही नजारा राजगढ़ जिले में परिणाम के बाद देखने मिला. जब परिणाम के बाद रोडमल नागर ने दिग्विजय सिंह ने मुलाकात की. इस दौरान रोडमल नागर ने दिग्विजय सिंह के पैर छुए. वहीं दिग्विजय सिंह ने भी पूरे सम्मान के साथ रोडमल नागर से मुलाकात की. दोनों के मुलाकात का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जो चर्चा का विषय बना हुए हैं. लोगों को दोनों नेताओं का ये शिष्टाचार काफी पसंद आ रहा है.
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हार के बाद क्या बोले दिग्विजय सिंह
बात अगर चुनाव की करें तो, 77 साल की उम्र में 33 वर्ष के बाद राजगढ़ लोकसभा सीट से अपना अंतिम चुनाव लड़ रहे थे. दिग्विजय सिंह ने इस परिणाम को लेकर कहा कि, जो परिणाम आए हैं, वो वाकई चौंकाने वाले हैं, क्योंकि सभी ने यही कहा था की हमारी स्थिति बेहतर है, फिर भी जनता का मत है,जनता जिसे चाहती है वही हुआ. वहीं दिग्विजय सिंह इंडिया गठबंधन को मिली सीट पर बधाई दी. गठबंधन के सभी दलों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट की बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के जो सहयोगी दल हैं, वो कितने दिनों तक उनके साथ रहते हैं, ये भी बड़ा सवाल है. चर्चा है भारतीय जनता पार्टी के अंदर नेतृत्व को लेकर विचार विमर्श चल रहा है. पीएम मोदी ने कब्जा करके नया मोदी परिवार स्थापित कर दिया.