जयपुर : चार दिन बाद राजधानी जयपुर में फिर से जोरदार बारिश हुई. मंगलवार दोपहर से तेज बारिश का दौर शुरू हुआ. शाम तक जयपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर पानी भर गया. सड़कों पर पानी भरने से लोगों को भी आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जयपुर के आसपास के पहाड़ों पर झरने फिर से शुरू हो गए हैं. जयपुर के पास सामोद की पहाड़ियों पर बहते झरने लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. सामोद की पहाड़ी पर प्राचीन वीर हनुमान जी का मंदिर है, जहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. बारिश होने से श्रद्धालु भी झरनों का लुत्फ उठा रहे हैं. वहीं, कांग्रेस पार्षदों ने अपनी ही महापौर का विरोध जताते हुए कहा कि बरसात में चारदीवारी के हालात बेहाल हैं.
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक मंगलवार को आधा दर्जन से अधिक जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा, टोंक समेत अन्य जगहों पर बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. चार दिन धूप निकलने के बाद फिर से बारिश का दौर शुरू हुआ है. अभी भारी बारिश का अलर्ट नहीं है, लेकिन 24 अगस्त से वापस भारी बारिश की गतिविधियां शुरू होने की संभावना है. कई जिलों में 22- 23 अगस्त से बारिश की गतिविधियां तेज होने की संभावना है.
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पानी की वजह से ट्रैफिक जाम : मंगलवार को जयपुर में एमआई रोड, टोंक रोड, जेएलएन मार्ग, सांगानेर, मालवीय नगर, कलेक्टरेट सर्किल, बनीपार्क, आमेर रोड, परकोटा समेत अन्य जगहों पर तेज बारिश होने से पानी भर गया. कई जगह पर पानी भरने की वजह से ट्रैफिक जाम की स्थिति हो गई. ट्रैफिक पुलिसकर्मी यातायात सुचारु करने के लिए मशक्कत करते हुए नजर आए.
अपने ही मेयर के खिलाफ उतरे पार्षद : तेज बारिश के बाद परकोटे के कई बाजारों में फेल्योर ड्रेनेज सिस्टम का नजारा देखने को मिला. यहां जल भराव की स्थिति बनने के बाद पानी दुकानों में जा पहुंचा. वहीं, आवाजाही भी बाधित हुई. इससे पहले मंगलवार को हेरिटेज नगर निगम के कांग्रेस पार्षदों का दल मुख्यालय पहुंचा और यहां कमिश्नर अभिषेक सुराणा से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने अपने ही कांग्रेस बोर्ड की महापौर का विरोध जताते हुए कहा कि बरसात में चारदीवारी के हालात बेहाल हैं. बारिश के दौरान सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है.
सिविल लाइन से पार्षद दशरथ सिंह, मनोज मुद्गल, उत्तम शर्मा, किशनपोल से पार्षद अरविंद मेठी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मानसून से पहले नगर निगम ने न बड़े नालों की प्रॉपर सफाई कराई और न ही बरसाती नालियों से कचरा निकाला. इसकी वजह से मानसून के दौरान हेरिटेज की जनता बेहद परेशान है. चारों तरफ बरसात के दौरान पानी लोगों की दुकान और मकान में घुस रहा है. इसके लिए महापौर मुनेश गुर्जर का भ्रष्टाचार जिम्मेदार है.
पार्षदों ने गंभीर आरोप लगाया कि महापौर मुनेश गुर्जर कमीशन और भ्रष्टाचार के चलते नालों की सफाई के ठेकेदारों के बिल फाइनल करवाने का प्रयास कर रही हैं, जबकि नालों की सफाई पूरे चारदीवारी हेरिटेज में कहीं भी दिखाई नहीं दे रही. इसका उदाहरण शहर के चारों तरफ जलभराव है. जगह-जगह पानी भरने से लोगों के मकान-दुकानों में हुई क्षति हुई है. ऐसे में उन्होंने मांग की कि सभी नाला सफाई के ठेकेदारों का भुगतान तुरंत प्रभाव से रोका जाए और जब तक संबंधित वार्ड के पार्षद का क्लीयरेंस सर्टिफिकेट नहीं आए, तब तक उन्हें किसी भी प्रकार का भुगतान न दिया जाए.