जामताड़ाः भागवत कथा को लेकर जामताड़ा में शोभायात्रा निकाली गई. इसमें घोड़ा, ऊंट और वृंदावन से आए विदेशी कलाकार भी शामिल हुए. शोभायात्रा को लेकर शहर में घंटों जाम की स्थिति रही. नियम कानून का भी धज्जी खूब उड़ी. जाम की वजह से लोग परेशान रहे.
सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन
जामताड़ा के ऐतिहासिक गाने मैदान में 7 दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया गया है. जिसे लेकर गुरुवार को भव्य शोभा यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई. शोभा यात्रा में काफी संख्या में महिलाएं मंगल कलश लेकर चल रही थीं. इस दौरान ऊंट और घोड़ा का भी प्रदर्शन किया गया.
विदेशी महिलाओं द्वारा कीर्तन रहा आकर्षण का केंद्र
शोभायात्रा में वृंदावन से आई विदेशी महिलाओं के द्वारा कीर्तन और नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा. विदेशी महिलाएं पारंपरिक भारतीय भेशभूषा में कीर्तन गाकर नृत्य कर रही थीं. उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही थी.
नियम कानून की उड़ी धज्जी
शोभायात्रा को लेकर प्रशासन के द्वारा सशर्त अनुमति दी गई थी. जिसमें सड़क जाम नहीं करने और शोभायात्रा में किसी भी प्रकार के जानवर का प्रयोग नहीं किए जाने का आदेश दिया गया था. बावजूद इसके शोभायात्रा में दर्जनों घोड़े और ऊंट का प्रयोग किया गया. यात्रा के दौरान नियमों को तोड़ा गया. पूरी सड़क को जाम कर दिया गया. स्थिति यह रही कि पूरा शहर जाम से हलकान रहा. जाम को हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी
शोभायात्रा में नियम कानून का पालन नहीं करने, रोक के बावजूद जानवर का प्रयोग किए जाने और सड़क जाम होने की स्थिति को लेकर जिले के पुलिस कप्तान को अवगत कराया गया. इसे लेकर एसपी से पूछे जाने पर एसडीओ को अवगत कराने की बात कही. वहीं इस बारे में जब एसडीओ से मिलने की कोशिश की गई थी वो अपने कार्यालय में नहीं मिले.