जयपुर. बीते दिनों ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड मीटिंग में लिए गए फैसलों पर अमलीजामा पहनाते हुए शहर में विभिन्न सड़क के सुधार कार्य किए जा रहे हैं. इसके साथ ही आमजन को सुरक्षित और सुगम राह देने साथ ही ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने के प्रयास के तहत रोड पेंटिंग, मीडियन कार्य, अतिक्रमण हटाने और ट्रैफिक लाइट पर भी कार्य किया जा रहा है.
ट्रैफिक सिग्नल लाइट की ऊंचाई बढ़वाई: आमजन की सुरक्षा और यातायात की सुगमता के लिए बीते महीने हुई ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की 84वीं मीटिंग में जेडीए, नगर निगम, रीको, यातायात पुलिस और अन्य विभागों की ओर से सड़क सुधार कार्य का फैसला लिया गया था. ऐसे में जेडीए की ओर से 21 स्थानों पर नो-पार्किग के बोर्ड लगवाए गए हैं. इसके अलावा 20 स्थानों पर जेब्रा क्रॉसिंग और स्टॉप लाइन बनवाई गई हैं. 6 स्थानों पर रोड मीडियन कट बंद करवाए गए हैं. 6 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट की ऊंचाई बढ़वाई जा रही है. इसके साथ ही विभिन्न स्थानों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है. साथ ही विभिन्न स्थानों पर नो पार्किंग के बोर्ड लगवाए गए हैं.
जेडीसी मंजू राजपाल ने बताया कि यूडीएच मंत्री के निर्देशन में जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से प्रमुखता से इन कार्यों को हाथ में लिया गया है. इसके तहत आवश्यकतानुसार नो-पार्किंग बोर्ड लगवाए गए हैं. जेब्रा क्रोसिंग और स्टॉप लाइन बनवाई गई है. वहीं, यातायात पुलिस के सहयोग से रोड मीडियन कट बंद करवाए गए हैं. वहीं, कुछ जगह रोड मीडियन की ऊंचाई बढ़वाई गई है. इसके अलावा अनुपयोगी ट्रैफिक सिग्नल लाइट हटवाए गए हैं और जहां जरूरत लगी वहां नए ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स लगवाए गए हैं.
पार्किंग और नो पार्किंग जोन में संशोधन : उन्होंने बताया कि अंबाबाड़ी क्षेत्र में ट्रैफिक सिग्नल में बाधा बन रहे पेड़ों को हटाने के बजाए उनकी छटाई करवाई गई है. इसके अलावा पार्किंग और नो पार्किंग जोन में भी संशोधन का कार्य किया जा रहा है. वहीं, शहर में ट्रैफिक समस्या की सबसे बड़ी वजह बन चुके ई-रिक्शा के पार्किंग के लिए 80 स्थानों को चिह्नित करते हुए उनके संचालन का रूट भी निर्धारित करने की प्लानिंग की जा रही है.