गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के औंरा- तिरला मोड़ सड़क का निर्माण कार्य दो साल बाद भी अधूरा है. बीच- बीच में सड़क का निर्माण कार्य छोड़ दिया गया है. इससे वाहन चालकों को आवागमन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसे देखते हुए विधायक नागेंद्र महतो ने डीसी से मुलाकात कर अधूरे पड़े सड़क निर्माण कार्य को पूरा किए जाने की मांग की है.
सड़क निर्माण में उत्पन्न व्यवधानों को भी दूर किए जाने की मांग की है. विधायक ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण के लिए किसानों की जमीन को अधिग्रहण किया जाना है, मगर अबतक जमीन की पैमाइश भी नहीं हुई है. इस सड़क को बनाने के लिए जो मुआवजा दिया जाना है उसके लिए करोड़ों रुपए की राशि भी स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन जमीन अधिग्रहण न होने और मुआवजा राशि का भुगतान न होने के कारण निर्माण कार्य में बाधा आ रही है.
उन्होंने कहा कि मुआवजा की तो दूर की बात है अभी इसके आवश्यक कार्य भी पूरे नहीं किये गये हैं. विधायक ने बताया कि डीसी से मिलकर सड़क निर्माण कार्य को पूरा करने की मांग की है. साथ हीं भू- रैयतों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग है.
दूसरी ओर इसी रोड के जमुनिया नदी पर एक दशक पूर्व उच्चस्तरीय पुल का निर्माण हुआ था. यह पुल भी सालों से जर्जर है. पुल की रेलिंग टूटती जा रही है. पुल के ऊपरी हिस्से में कई जगह दरारें पड़ भी गई हैं. विधायक ने बताया कि जर्जर पुल की मरम्मत कराए जाने की भी डीसी से मांग की गई है.
बता दें कि औंरा- तिरला मोड़ भाया अलगडीहा- बालक इलाके के लिए महत्वपूर्ण सड़क है. इस सड़क से होकर बिष्णुगढ़ प्रखंड के मड़मो गांव भी जाया जाता है. मगर जर्जर सड़क होने के कारण राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. गिरिडीह के बगोदर प्रखंड के औंरा-तिरला सड़क बनाने का काम अधूरा पड़ा है, जिससे इस रास्ते से गुजरने वालों को काफी कठिनाई होती है.
ये भी पढ़ें-