शिमला: बर्फबारी के चार दिन बाद भी शिमला जिले में बिगड़े हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं. ऐसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऊपरी शिमला को जोड़ने वाले NH 305 पर हालांकि सोमवार दोपहर को छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी, लेकिन दोपहर बाद हुई हल्की बर्फबारी से इस सड़क पर फिसलन फिर से बढ़ गई है. फागु, कुफरी में फिसलन होने से ऊपरी शिमला के लिए बस सेवा अभी तक बहाल नहीं हो पाई है. ऐसे में आम लोगों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर बुजुर्ग लोगों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतें आ रही हैं. जिले भर में 277 सड़कें अभी तक बंद हैं. इसके कारण एचआरटीसी के 181 रूट प्रभावित हैं. वहीं, विभिन्न रूटों पर 29 बसें अभी भी फंसी हुई हैं. तारा देवी यूनिट में सबसे ज्यादा 80 रूट बंद हैं और 11 बसें विभिन्न रूटों पर फंसी हुई हैं. इसके अलावा शिमला लोकल में 02 रूट प्रभावित हैं और 2 ही बसें फंसी हुई हैं. रिकांगपिओ में 20 रूट प्रभावित हैं और एक बस फंसी हुई है. रोहड़ू में 27 रूट प्रभावित हैं और 5 बसें फंसी हुई हैं. रामपुर में 15 रूट बंद हैं और 6 बसें फंसी हुई हैं. शिमला ग्रामीण में 25 रूट बंद हैं और 04 बसें फंसी हुई हैं. करसोग में 7 रूट प्रभावित हैं.
इन रूटों पर ठप है बस सेवा: शहर की सड़कों में जहां फिसलन की वजह से बस गंतव्य तक ले जाना काफी जोखिम भरा है. वहीं, ग्रामीण एरिया में तो बस सेवा पूरी तरह से ठप पड़ी है. मुख्य सड़कों के अलावा जिले में 300 रूट बंद हैं. जिसके तहत फागू, कुफरी में फिसलन की वजह से तलाई, बंगापानी, चियोग रूट पर बस नहीं जा रही, जबकि शिमला से ठियोग, नंगल देवी बंद है, जबकि चौपाल छोटी गाड़ियों के लिए खुला है. शिमला से रोहडू रूट पर भी बस नहीं चल रही है. वहीं, नारकंडा से ओडी, चांशल से डोडरा क्वार, कुपवी, जुब्बल रूट भी ठप पड़ा है. वहीं, लक्कड़ बाजार को जाने वाला मार्ग भी दोपहर बाद बंद रहा. संजौली से लक्कड़ बाजार बस नहीं जा रही थी. संजौली के समीप मलबा उठाने के लिए जेसीबी लगी रही और रास्ता बहाल करने का प्रयास करते रहे.
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