रांची: झारखंड में सत्ता की भागीदार पार्टी राष्ट्रीय जनता दल एक ओर जहां बूथ लेवल पर अपना संगठन मजबूत कर विधानसभा चुनाव की तैयारी में है. तो वहीं 2019 में महागठबंधन में रहकर सिर्फ 07 सीट पर चुनाव लड़ने वाला राजद इस बार 22 विधानसभा सीट पर दावा ठोक रहा है.
05 जुलाई को राजद का 28 वां स्थापना दिवस मनाया गया. इसके बाद आज पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश प्रभारी की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने कहा कि पार्टी की समीक्षा बैठक के दौरान ही झारखंड राजद ने 22 विधानसभा सीट को चिन्हित किया है. ये वो सीटें हैं जहां संभावित उम्मीदवार की सूची भी तैयार कर राजद सुप्रीमो के पास भेजने की तैयारी की जा रही है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड प्रभारी जयप्रकाश यादव की उपस्थिति में प्रदेश संजय सिंह यादव ने कहा कि झारखंड में राजद संगठन का कस्टोडियन होने के नाते वह 22 विधानसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने की मांग पर अडिग है. बाकी फैसला राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को लेना है.
बूथ लेवल पर मजबूती से नहीं पहुंच पाने की वजह से हारे पलामू-जयप्रकाश यादव
राजद के प्रदेश प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव ने कहा कि पलामू में हमने अच्छी लड़ाई लड़ी है, बावजूद इसके हमारी हार इसलिए हुई क्योंकि हम बूथ लेवल तक उतना मजबूती से नहीं पहुंच सके जितना मजबूती से हमें पहुंचना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हम अगले दो से तीन महीने में राज्य के हर जिले में जाकर पार्टी को धारदार बनाएंगे.
पार्टी में कोई अंतर्द्वंद नहीं ,अनिता यादव अभी भी प्रदेश उपाध्यक्ष- जयप्रकाश यादव
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी के अंदर कोई आपसी लड़ाई या गुटबाजी नहीं है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की उपस्थिति में जो आपसी शिकवे शिकायत थे वह अब समाप्त हो गए. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अनिता यादव, पदमुक्त नहीं हुई हैं और वह प्रदेश उपाध्यक्ष हैं.
गौरतलब हो कि अनुशासनहीनता के आरोप में प्रदेश प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव ने अनिता यादव को पदमुक्त कर दिया था, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश महासचिव की इस कार्रवाई को नियम विरुद्ध करार दिया. संवाददाता सम्मेलन में जय प्रकाश यादव ने कहा कि सभी विवाद समाप्त हो गए हैं और अनिता यादव प्रदेश उपाध्यक्ष हैं.
ये भी पढ़ें: