पटनाः सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग पर बिहार में खूब सियासत हो रही है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी कहा कि मुख्यमंत्री का जैसा राजनीतिक अनुभव रहा है, वैसे में उनको भारत रत्न मिलना ही चाहिए. हालांकि जीतनराम मांझी ने मांग का समर्थन करते हुए शर्त रख दिया कि अगर सीएम भूमि सुधार सफलता पूर्वक करवा दें तो जरूर उनको ये सम्मान दिया जाना चाहिए. वहीं इसको लेकर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन के अंदर घमासान शुरू हो गया है. यही कारण है कि तरह-तरह की मांग जदयू की ओर से की जा रही है.
एनडीए में घमासान: आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के सामने खुद हाथ जोड़कर पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा देने की मांग की थी. उसका क्या हुआ, सब जनता जानती है. विशेष राज्य के दर्जे का क्या हुआ? प्रधानमंत्री इनलोगों को कुछ नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि बिहार एनडीए में असल में घमासान मचा है. मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए बिखर जाएगा.
"एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं है. इसलिए ये लोग कुछ से कुछ मांग कर रहे हैं. जिनको देना है और जिनको लेना है, सब एक ही साथ हैं फिर भी मजाक बना रखा है. एनडीए का आपस में तालमेल बिगड़ गया है. जिसके साथ हैं, उन्हीं से मांग कर रहे हैं." -मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
तेजस्वी यादव बनेंगे नेताः मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राज्य की जनता तेजस्वी यादव को नेता मान रही है. उनके ही नेतृत्व में अगले साल विधानसभा का चुनाव होगा और वे ही हमारे नेता होंगे, यह बात एनडीए के नेता भी जानते हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए में कहीं भी एकजुटता नहीं दिख रही है.
क्या है मामला?: बता दें कि जदयू के प्रदेश महासचिव छोटू सिंह की ओर से नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग की गयी है. इसको लेकर पटना में पोस्टर भी लगाया गया है. इसके बाद जीतनराम मांझी और चिराग पासवान ने भी इसका समर्थन किया है. वहीं इसको लेकर सियासत भी शुरू हो गयी है.
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