पटना: बिहार में बढ़ते अपराध और गिरती कानून-व्यवस्था के खिलाफ आरजेडी प्रदेश कार्यालय से पार्टी के नेता और कार्यकर्ता राजभवन के लिए निकल गए हैं. जिसमें वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और सभी प्रकोष्ठों के साथ-साथ पटना जिला और महानगर के सभी नेता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए हैं. राष्ट्रीय जनता दल के नेता राजभवन मार्च को देखकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा की पूरी तैयारी कर रखी है.
सरकार का इकबाल खत्म: आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि बिहार में लगातार हो रही हत्या, लूट, डकैती और बलात्कार की घटनाएं और शासन और प्रशासन की विफलताओं के साथ-साथ सरकार का इकबाल समाप्त हो गया है. लोग खौफ के साए में जी रहे हैं. अब तो घर में भी लोग सुरक्षित नहीं है और बाहर निकलने से लोगों को डर लग रहा है.
"ऐसा लगता है कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. जहां अपराधी अपराध करने में मस्त हैं, वहीं शासन-प्रशासन पूरी तरह से पस्त है और सरकार में बैठे हुए नेता और पदाधिकारी मलाई काटने में व्यस्त हैं. इसलिए हमलोग आज राजभवन जाकर अपना ज्ञापन सौंपेंगे."- एजाज अहमद, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
तेजस्वी के निशाने पर बिहार सरकार: बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव लगातार सरकार पर हमलावर रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से वह हर सप्ताह अपराध का आंकड़ा जारी करते हैं. तेजस्वी के अलावे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार में हो रही आपराधिक घटनाओं के लिए नीतीश सरकार को दोषी ठहराते रहे हैं, जिसका जवाब जेडीयू और एनडीए के नेता लालू और राबड़ी देवी के 15 वर्षों के शासनकाल में बिहार की स्थिति को लेकर देते हैं.
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