पटना : पूरे देश में जाति आधारित गणना करवाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल आंदोलन के मूड में है. आगामी 1 सितंबर यानी रविवार को आरजेडी बिहार के सभी जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना देगी. रविवार को होने वाले धरना कार्यक्रम में पटना में खुद विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे. साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे.
CM नीतीश और PM मोदी पर निशाना : आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि, बिहार सरकार ने कैबिनेट से पास करके बिहार में आरक्षण का दायरा 65 प्रतिशत तक बढ़ाया था. तेजस्वी यादव के 17 महीने के छोटे से कार्यकाल में बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया. केंद्र की सरकार के पास नवमी अनुसूची में शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन आज तक यह मामला अटका हुआ है.
''भाजपा के साथ नीतीश कुमार केंद्र की सरकार में भागीदार हैं. महागठबंधन की सरकार में बिहार में आरक्षण का दायरा 65% तक बढ़ाया गया था, लेकिन राजद के सत्ता से बाहर होने के बाद आरक्षण को 9 वीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर बिहार सरकार उदासीन है.''- शक्ति सिंह यादव, मुख्य प्रवक्ता, आरजेडी
'तेजस्वी यादव हैं संकल्पित' : शक्ति सिंह यादव ने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव संकल्पित हैं कि पूरे देश में जाति आधारित गणना करवाई जाए. तेजस्वी यादव की सोच है कि गरीबों को उनके हिस्सेदारी के हिसाब से आरक्षण का लाभ मिले. दबे-कुचले को उनका अधिकार मिले.
लगातार बनाया जा रहा है दबाव : बता दें कि, पूरे देश में जाति आधारित गणना हो, इसको लेकर लगातार में विपक्षी दल केंद्र सरकार पर दबाव बना रहा है. संपूर्ण विपक्ष देश में जाति आधारित गणना की मांग कर रहा है. विपक्षी दलों की मांग का एनडीए के कुछ घटक दल भी समर्थन कर रहे हैं. चिराग पासवान, अनुप्रिया पटेल की पार्टी खुलकर जाति आधारित गणना की मांग कर रही है. देखना होगा कि केंद्र की सरकार इन दलों के दबाव में आती है या नहीं.
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