पटनाः बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन के नेताओं पर घोटाला करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इसकी जांच करायी जाएगी और सभी पर कार्रवाई होगी. नीतीश कुमार के इस आरोप पर पूर्व मंत्री और राजद विधायक सुरेंद्र राम ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. पूरी ईमानदारी से काम किया गया है. इस दौरान सुरेंद्र राम ने राजद के विधायक को खरीदने का आरोप लगाया.
"कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. भाजपा के खाते वाला विभाग राजद के खाते में वह विभाग मिला. पूरी ईमानदारी से सभी दलों ने काम करने का काम किया. 17 महीने में 17 साल का रिकॉर्ड तोड़ने का काम किया. भाजपा के मंत्री क्या काम करते हैं. किसी भी राज्य में चुनाव होता है तो सभी वहां चले जाते हैं. सरकार के काम से कोई लेना देना नहीं है. राजद के तीन विधायक सत्ता पक्ष में गए हैं. इससे साफ है कि नीतीश जी और भाजपा वाले अटैची वाला खेला तो नहीं कर दिए." -सुरेंद्र राम, पूर्व मंत्री सह राजद विधायक
सुरेंद्र राम ने आरोप को बताया गलतः पूर्व मंत्री सुरेंद्र राम ने नीतीश कुमार के आरोपों को गलत बताया. कहा कि जो विभाग भाजपा के पास था वही विभाग हमलोगों को दिया गया था. हमलोगों ने पूरी ईमानदारी से काम किया है. इसके बावजूद सीएम नीतीश कुमार इस तरह का आरोप लगा रहे हैं जो गलत है. सुरेंद्र राम ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के लोग कोई काम नहीं करते हैं. कहीं भी किसी भी राज्य में चुनाव होता है तो वहीं महीनों भर रहते हैं.
एनडीए फ्लोट टेस्ट में पासः सोमवार को बिहार विधानसभा में एनडीए सरकार का फ्लोट टेस्ट हुआ, जिसमें एनडीए को बहुमत मिला. एनडीए को 129 विधायकों का समर्थन मिला. विपक्ष की बात करें तो वोटिंग से पहले ही सभी सदन का विरोध करते हुए बाहर चले गए थे. इसलिए फ्लोर टेस्ट के विरोध में विपक्ष को 0 मत प्राप्त हुए. इस तरह से एनडीए सरकार की सदन में जीत हुई. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर कई आरोप लगाए.
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