पटनाः बिहार में सियासी हलचल के बाद राष्ट्रीय जनता दल के विधायक दल की बैठक समाप्त हो गई है. सरकार में गठबंधन से जुड़े सभी निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को अधिकृत किया गया है. पांच देश रत्न मार्ग स्थित तेजस्वी आवास में यह बैठक 3 घंटे चली. बैठक के बाद निकलते हुए सभी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने यही कहा कि सभी निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है.
बहुमत पेश करेगी राजदः राजद विधायक केदारनाथ प्रसाद ने कहा कि हम सरकार जाने की नहीं सोच रहे. हमने लाखों नौकरियां दी हैं. इसी को जनता के बीच ले जाएंगे. यदि सरकार पर संकट आती है तो हम बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं. बड़ी पार्टी होने के कारण पहले राज्यपाल के यहां से बुलावा राष्ट्रीय जनता दल को आएगा. इसके लिए पार्टी तैयार है. राजभवन में बहुमत साबित करके सरकार बचाएंगे.
"बैठक में निर्णय हुआ कि हमलोगों को एक जुट होकर रहना है. राज्यपाल का बुलावा आएगा तो हमलोग जाएंगे और बहुमत साबिक कर सरकार को बचाएंगे." -केदारनाथ प्रसाद, राजद विधायक
'सब कुछ ऑल इज वेल': दूसरी ओर विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि सरकार से बहुमत वापस लेने की कोई बात नहीं हुई है. सरकार में सब कुछ ऑल इज वेल है. बाकी सभी निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव अधिकृत हैं. विधायक रीतलाल यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव हमारे अभिभावक हैं. सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत है.
'राजनीतिक हालात पर नजर': विधायक चेतन आनंद और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि सरकार में सब कुछ ठीक है. 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बातचीत हुई है. सभी निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को अधिकृत किया गया है. बाकी अन्य सवाल का जवाब अधिकृत नेता ही देंगे. पूर्व शिक्षा मंत्री और गन्ना विभाग के मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि राजनीतिक हालात पर नजर बनाए हुए हैं और निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव स्वतंत्र हैं.
'लालू यादव करेंगे फैसला': विधान पार्षद विनोद जायसवाल ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बात हुई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष का जो कुछ भी निर्देश होगा उसे माना जाएगा. सरकार जाने की कहीं कोई बात नहीं है. सरकार में सब कुछ जो ठीक है. हालांकि तेजस्वी यादव के आवास के बाहर बैठक के बाद राजद समर्थक तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने के लिए नारा लगाते दिखे.
राजद के पास बहुमत नहींः बता दें कि 79 विधायक वाली राजद बिहार में सबसे बड़ी पार्टी है. दूसरे नंबर पर भाजपा के पास 78 विधायक हैं. इसका मतलब है कि पहले राजद को बहुमत पेश करने के लिए बुलाया जाएगा. हालांकि 79 विधायक से सरकार नहीं बन सकती है. इसके लिए 122 विधायकों का समर्थन चाहिए. कांग्रेस 19 और लेफ्ट 16 हैं. राजद कोटे में कुल 114 विधायक हैं, जो बहुमत से 8 कम हैं. ऐसे में राजद के सामने संकट है. इसी को लेकर लगातार बैठक हो रही है.
NDA की ऐसी बनेगी सरकारः NDA की बात करें तो भाजपा के पास 78 विधायक हैं. JDU के 45, हम के 4 यानि कुल 127 जो बहुमत से 5 ज्यादा है. ऐसे में NDA बहुमत साबित कर सरकार बनाने में सफल हो जाएगी. अब देखना है कि आखिर में क्या निर्णय होता है. क्या राजद अन्य विधायक को अपने में मिलाने में सफल होती है या भाजपा सरकार बना लेगी.
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