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'स्मार्ट मीटर उखाड़ फेंको' 1 अक्टूबर से RJD का आंदोलन, जगदानंद सिंह का ऐलान - smart meters in Bihar

Jangdanand Singh बिजली चोरी और अनियमितताओं को रोकने के उद्देश्य से बिहार में स्मार्ट मीटर लगवाने का काम शुरू किया गया. लेकिन, स्मार्ट लगवाने के दौरान गड़बड़ी की कई शिकायतें मिल रही हैं. लोगों का मानना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली बिल में अनाप शनाप बढ़ोतरी हुई है. लोगों में इसको लेकर नाराजगी है. अब राष्ट्रीय जनता दल ने स्मार्ट बिजली मीटर के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय लिया है. पढ़ें, विस्तार से.

Jangdanand Singh
जगदानंद सिंह. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 25, 2024, 3:33 PM IST

पटना: राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार 25 सितंबर को राजद कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य में लग रहे स्मार्ट मीटर को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग स्मार्ट मीटर लगाकर आम जनता को लूट रहा है. आम जनता परेशान है लेकिन विभाग स्मार्ट मीटर लगाने के मुहिम को और तेजी से बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल इस मुद्दे को लेकर एक अक्टूबर से पूरे बिहार में प्रखंड स्तर पर आंदोलन चलाएगी.

"स्मार्ट मीटर जहां-जहां लग रहा है लोग उसका विरोध कर रहे हैं. लोगों का मानना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली बिल ज्यादा आ रहा है. बिहार में अभी तक 32 लाख स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं एक करोड़ से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है."- जगदानंद सिंह, राजद प्रदेश अध्यक्ष

जगदानंद सिंह, राजद प्रदेश अध्यक्ष (ETV Bharat)

स्मार्ट मीटर से जनता परेशान हैः जगदानंद सिंह ने कहा कि अन्य राज्यों में इतना तेजी से स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जा रहा है आखिर क्या कारण है कि बिहार में स्मार्ट मीटर बहुत तेजी से लगाया जा रहा है और जो लोग नहीं लगा रहे हैं उन लोगों पर कार्रवाई भी हो रही है, लोगों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है. बिहार में कई जगहों पर इसका विरोध हो रहा है और आम जनता इससे परेशान है. इसलिए राष्ट्रीय जनता दल इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन करेगी.

बिजली कंपनी लूट रही हैः जगदानंद सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द स्मार्ट मीटर लगाने की जो प्रक्रिया है उस पर रोक लगाए. क्योंकि जनता का साफ-साफ मानना है कि जब स्मार्ट मीटर लगा दिया जाता है तो बिजली बिल लगातार बढ़ते चला जा रहा है. जगदानंद सिंह ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर के जरिए बहुत बड़ी लूट बिजली कंपनियां बिहार में कर रही है. लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं, बावजूद सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है.

क्या होता है स्मार्ट मीटरः स्मार्ट मीटर एक डिजिटल डिवाइस होता है जो बिजली खपत को मापता है. इसे मैन्युअल रूप से रीड करने की आवश्यकता नहीं होती. स्मार्ट मीटर इंटरनेट के जरिए सीधे बिजली कंपनियों के सर्वर से जुड़ जाता है, जिससे उपभोक्ताओं को उनकी खपत के अनुसार बिजली बिल मिलता है. स्मार्ट मीटर लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह बिजली चोरी को रोकने में मदद करता है. बिजली आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बनाए रखना आसान हो जाता है.

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"स्मार्ट मीटर जहां-जहां लग रहा है लोग उसका विरोध कर रहे हैं. लोगों का मानना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद बिजली बिल ज्यादा आ रहा है. बिहार में अभी तक 32 लाख स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं एक करोड़ से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है."- जगदानंद सिंह, राजद प्रदेश अध्यक्ष

जगदानंद सिंह, राजद प्रदेश अध्यक्ष (ETV Bharat)

स्मार्ट मीटर से जनता परेशान हैः जगदानंद सिंह ने कहा कि अन्य राज्यों में इतना तेजी से स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जा रहा है आखिर क्या कारण है कि बिहार में स्मार्ट मीटर बहुत तेजी से लगाया जा रहा है और जो लोग नहीं लगा रहे हैं उन लोगों पर कार्रवाई भी हो रही है, लोगों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है. बिहार में कई जगहों पर इसका विरोध हो रहा है और आम जनता इससे परेशान है. इसलिए राष्ट्रीय जनता दल इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन करेगी.

बिजली कंपनी लूट रही हैः जगदानंद सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द स्मार्ट मीटर लगाने की जो प्रक्रिया है उस पर रोक लगाए. क्योंकि जनता का साफ-साफ मानना है कि जब स्मार्ट मीटर लगा दिया जाता है तो बिजली बिल लगातार बढ़ते चला जा रहा है. जगदानंद सिंह ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर के जरिए बहुत बड़ी लूट बिजली कंपनियां बिहार में कर रही है. लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं, बावजूद सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है.

क्या होता है स्मार्ट मीटरः स्मार्ट मीटर एक डिजिटल डिवाइस होता है जो बिजली खपत को मापता है. इसे मैन्युअल रूप से रीड करने की आवश्यकता नहीं होती. स्मार्ट मीटर इंटरनेट के जरिए सीधे बिजली कंपनियों के सर्वर से जुड़ जाता है, जिससे उपभोक्ताओं को उनकी खपत के अनुसार बिजली बिल मिलता है. स्मार्ट मीटर लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह बिजली चोरी को रोकने में मदद करता है. बिजली आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बनाए रखना आसान हो जाता है.

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