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चनाचूर फैक्ट्री में काम करने वाले की बेटी बनी नेवी में अफसर, महाराष्ट्र के लोनावाला में हुई पोस्टिंग - mechanical engineer in Indian Navy

Riya Selected In Indian Navy: गया की रिया ने सफलता का परचम लहराया है. वह इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर के तौर पर सेलेक्ट हुई हैं, जिससे परिवार वाले बेहद खुश हैं. बता दें कि रिया के पिता चनाचूर फैक्ट्री में काम करते हैं.

इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी गया की रिया
इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी गया की रिया
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 9, 2024, 7:11 AM IST

गया: बिहार के गया की बेटी रिया कुमारी नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी है. उसकी पोस्टिंग महाराष्ट्र के लोनावाला में हुई है. इस बीच वह अपने घर आई तो परिवार में खुशी का माहौल हो गया. घर में सत्यनारायण भगवान की पूजा भी कराई गई. रिया ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है. बता दें कि रिया के पिता निरंजन सिंह चनाचूर फैक्ट्री में काम करते हैं.

नेवी में अफसर बना गया की बेटी: जिले के गुरुआ प्रखंड अंतर्गत बरमा गांव के रहने वाले निरंजन कुमार की पुत्री रिया कुमारी नेवी में अफसर बनी है. निरंजन कुमार चनाचूर नमकीन फैक्ट्री में काम करते हैं. विगत माह ही नेवी में रिया का रिजल्ट आया था. इसके बाद ट्रेनिंग पूरा किया और अब वह फिलहाल में नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर लूनावाला मुंबई में पोस्टेड है.

इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी गया की रिया
इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी गया की रिया

आर्थिक तंगी रही लेकिन बेटी को पढाया: बता दें कि निरंजन कुमार साधारण परिवार से आते हैं. वह खुद चनाचूर नमकीन फैक्ट्री में काम करते हैं, लेकिन अपनी बेटी को पढ़ाने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. यही वजह रही कि रिया आज नेवी में अफसर बनी हैं. रिया का कहना है, कि लड़कियां किसी से कमजोर नहीं होती हैं और आज लड़कियां कई क्षेत्रों में बेहतर कर रही है.

पिता के छलक पड़े आंसू: वहीं, अपनी बेटी को अफसर बनाने के सवाल पर पिता निरंजन कुमार की आंखों से आंसू छलक आते हैं. बताते हैं, कि वह कोलकाता में चनाचूर फैक्ट्री में काम करते हैं, लेकिन बेटी को पढ़ने के लिए कभी पीछे नहीं हटे. वहीं, रिया का कहना है, कि वह लड़कियों के लिए संदेश देना चाहती है, कि वे किसी से कमजोर नहीं है. मेहनत कर खुद को आगे बढ़ाएं, निश्चित तौर पर उन्हें सफलता मिलेगी. आज लड़कियां देश की सेवा बेहतर तरीके से विभिन्न क्षेत्रों के माध्यम से कर रही है.

सेल्फ स्टडी की, यूट्यूब से सीखती रही: रिया कुमारी बताती हैं कि उन्होंने यूट्यूब की मदद लेकर सेल्फ स्टडी की. वहीं एक कोचिंग का सहारा लिया. इसके बाद वह कहीं बाहर पढ़ने नहीं गई. गांव में ही रहकर पढ़ाई पूरी की और आज नेवी में अफसर बनी हैं. रिया बताती है, कि उसके मम्मी पापा ने काफी सपोर्ट किया. पापा कहते थे, बेटी को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. माता रेखा देवी व पिता निरंजन कुमार का विश्वास रंग लाया है और वह नेवी में अफसर बनी है. उसकी गांव की दो दोस्त स्वाति कुमारी और सोनम कुमारी भी नेवी में गई है.

ये भी पढ़ें: 'अभिशाप नहीं वरदान हैं बेटियां', पहले लोग देते थे ताने, आज करते हैं सैल्यूट, वर्दी वाली 7 सिस्टर्स की दिलचस्प कहानी - 7 SISTERS OF CHAPRA

गया: बिहार के गया की बेटी रिया कुमारी नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी है. उसकी पोस्टिंग महाराष्ट्र के लोनावाला में हुई है. इस बीच वह अपने घर आई तो परिवार में खुशी का माहौल हो गया. घर में सत्यनारायण भगवान की पूजा भी कराई गई. रिया ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है. बता दें कि रिया के पिता निरंजन सिंह चनाचूर फैक्ट्री में काम करते हैं.

नेवी में अफसर बना गया की बेटी: जिले के गुरुआ प्रखंड अंतर्गत बरमा गांव के रहने वाले निरंजन कुमार की पुत्री रिया कुमारी नेवी में अफसर बनी है. निरंजन कुमार चनाचूर नमकीन फैक्ट्री में काम करते हैं. विगत माह ही नेवी में रिया का रिजल्ट आया था. इसके बाद ट्रेनिंग पूरा किया और अब वह फिलहाल में नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर लूनावाला मुंबई में पोस्टेड है.

इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी गया की रिया
इंडियन नेवी में मैकेनिकल इंजीनियर बनी गया की रिया

आर्थिक तंगी रही लेकिन बेटी को पढाया: बता दें कि निरंजन कुमार साधारण परिवार से आते हैं. वह खुद चनाचूर नमकीन फैक्ट्री में काम करते हैं, लेकिन अपनी बेटी को पढ़ाने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. यही वजह रही कि रिया आज नेवी में अफसर बनी हैं. रिया का कहना है, कि लड़कियां किसी से कमजोर नहीं होती हैं और आज लड़कियां कई क्षेत्रों में बेहतर कर रही है.

पिता के छलक पड़े आंसू: वहीं, अपनी बेटी को अफसर बनाने के सवाल पर पिता निरंजन कुमार की आंखों से आंसू छलक आते हैं. बताते हैं, कि वह कोलकाता में चनाचूर फैक्ट्री में काम करते हैं, लेकिन बेटी को पढ़ने के लिए कभी पीछे नहीं हटे. वहीं, रिया का कहना है, कि वह लड़कियों के लिए संदेश देना चाहती है, कि वे किसी से कमजोर नहीं है. मेहनत कर खुद को आगे बढ़ाएं, निश्चित तौर पर उन्हें सफलता मिलेगी. आज लड़कियां देश की सेवा बेहतर तरीके से विभिन्न क्षेत्रों के माध्यम से कर रही है.

सेल्फ स्टडी की, यूट्यूब से सीखती रही: रिया कुमारी बताती हैं कि उन्होंने यूट्यूब की मदद लेकर सेल्फ स्टडी की. वहीं एक कोचिंग का सहारा लिया. इसके बाद वह कहीं बाहर पढ़ने नहीं गई. गांव में ही रहकर पढ़ाई पूरी की और आज नेवी में अफसर बनी हैं. रिया बताती है, कि उसके मम्मी पापा ने काफी सपोर्ट किया. पापा कहते थे, बेटी को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. माता रेखा देवी व पिता निरंजन कुमार का विश्वास रंग लाया है और वह नेवी में अफसर बनी है. उसकी गांव की दो दोस्त स्वाति कुमारी और सोनम कुमारी भी नेवी में गई है.

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