ऋषिकेश/नैनीताल/अल्मोड़ा : नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद साफ हो गया है कि उत्तराखंड में इस साल छात्र संघ चुनाव नहीं होगे. वहीं इस खबर के सामने आने के बाद छात्र नेता गुस्से में है. छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर प्रदेश में जगह-जगह छात्र नेता आंदोलन कर रहे है. शुक्रवार 25 अक्टूबर को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस में भी छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान कुछ छात्र पानी की टंकी पर चढ़े गए थे. जिन्हें मनाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए थे.
हंगामा कर रहे छात्रों ने छात्र संघ चुनाव को लेकर सरकार को जमकर घेरा. छात्रों ने साफ किया है कि यदि छात्र संघ चुनाव नहीं कराए गए तो वो आमरण अनशन करने से भी पीछे नहीं हटेगे. छात्रों का कहना है कि सरकार का पूरा फोक्स केदारनाथ उप चुनाव और नगर निकाय चुनाव पर बना हुआ है. छात्र संघ चुनाव में सत्ताधारी पार्टी के संगठन को करारी हार मिलने की आशंका है. इस डर की वजह से सरकार छात्र संघ चुनाव को कराने के लिए तैयार नहीं है. क्योंकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यदि चुनाव हार जाता है तो इसका प्रभाव केदारनाथ के उपचुनाव और नगर निकाय चुनाव पर पड़ेगा. वहीं, छात्रों के पानी की टंकी पर चढ़ने के बाद पुलिस-प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने पानी की टंकी पर चढ़े छात्रों को काफी संमझाने का प्रयास किया, लेकिन वो किसी की सुनने को तैयार ही नहीं है. पुलिस लगातार छात्रों को मनाने की कोशिश कर रही है.
नैनीताल डीएसबी कैम्पस में हंगामा: नैनीताल में भी डीएसबी कैम्पस में छात्रों ने जमकर बवाल काटा. कॉलेज का गेट बंद कर छात्रों ने परिसर में किसी को नहीं घुसने दिया. छात्रों ने डीएसबी कैम्पस के गेट पर सरकार का पुतला फूंकने के साथ ही कॉलेज की छत में चढ़कर नारेबाजी की. इस दौरान शहर की पुलिस कॉलेज में मौजूद रही, लेकिन छात्रों को शांत नहीं कराया जा सका. चुनाव की मांग को लेकर कॉलेज की छत में चढे़ छात्र कॉलेज बंद होने के कुछ देर बाद खुद ही उतर आए. डीएसबी परिसर निर्देश नीता बोरा शर्मा ने बताया छात्रों के साथ चुनाव को लेकर बैठक की गई, लेकिन छात्र चुनाव की तिथि घोषित करने पर अड़े रहे.
अल्मोड़ा में आक्रोशित हुये छात्र:अल्मोड़ा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर में छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्र धरने पर बैठे. छात्रों को जब पता लगा कि इस बार चुनाव नहीं होंगे तो उनका पर सातवें आसमान में पहुंच गया. परिसर के सभी छात्र संगठन विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा मंत्री के विरोध में आ गए. सभी संगठन कुलपति कार्यालय में पहुंचे. विरोध में नारे लगाने लगे। कुछ छात्र विश्वविद्यालय भवन की छतों में चढ़ गए
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