रायपुर :छत्तीसगढ़ में केले की खेती के लिए मौसम अनुकूल है. बाजार में केले का अच्छा भाव किसानों को मिलता है.साथ ही साथ निर्यात करके भी किसान अपनी फसल से लाखों कमाते हैं.लेकिन केले की खेती के समय कई तरह की बातों का ध्यान रखना चाहिए.ताकि फसल का उत्पादन बंपर हो और आपको मुनाफा मिले.आज हम आपको बताएंगे कि केले की खेती से पहले किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए.
केले की फसल में किन बातों का रखें ध्यान ? : केला एक वर्षीय फसल है. 8 वें महीने से लेकर 14 वें महीने तक केला की फसल ली जा सकती है. प्रदेश के किसानों को केला लगाते समय खाद और पानी की बराबर मात्रा का भी ध्यान रखना जरूरी होता है. टिशु कल्चर केला कई तरह के उत्पाद बनाने में भी काम आता है. इन्हीं सब वजह से टिश्यू कल्चर केला काफी उपयोगी है.
किस महीने लगाए केले का पौध ? : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर घनश्याम दास साहू ने बताया कि "प्रदेश के किसान बारिश और ठंड के समय यदि केला नहीं लगा पाए हैं, तो वे फरवरी के महीने में केला लगा सकते हैं. फरवरी के महीने में केला लगाने से आने वाले कुछ महीने में फल भी आने शुरू हो जाते हैं.
''प्रदेश के किसान अगर फरवरी के महीने में केला का पौधा लगाते हैं तो हवा और लू से भी इन पौधों को बचाया जा सकता है. टिशु कल्चर केला का पौधा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से किसानों को दिया जाता है." डॉक्टर घनश्याम दास साहू, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक
केले की खेती का सही तरीका ? : छत्तीसगढ़ के किसान केले के किस्मों में जी 9, पुअर, हरिचाल, उदयम को अपने खेतों में लगा सकते हैं. केले के नई किस्मों को लगाकर प्रदेश के किसान अच्छा उत्पादन ले सकते हैं. केले की अच्छी फसल के लिए किसानों को खाद और फसल को निश्चित दूरी में लगाना चाहिए. किसानों को केले का पौधा लगाते समय कतार से कतार और पौध से पौध की दूरी डेढ़ मीटर से लेकर पौने 2 मीटर तक रखनी चाहिए. केले का पौधा लगाते समय किसानों को गड्ढों का भी विशेष ध्यान रखना होगा. गड्ढों की लंबाई चौड़ाई और गहराई लगभग 2 फीट होनी चाहिए.