करनाल: एक बार फिर से हरियाणा में चावल घोटाला सामने आया है. करनाल के चार राइस मिल संचालकों पर करोड़ों रुपये के गबन का आरोप है. पुलिस ने कस्टम राइस मिलिंग का काम करने वाले चावल मिल मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अभी तक की जांच में सामने आया है कि मिल मालिकों ने करीब 18 करोड़ का चावल घोटाला किया है.
करनाल में चावल घोटाला: हैफेड के डीएम अमित कुमार ने बताया कि बीते सीजन में जिन चावल मिलों को धान दिया गया था. उनमें से तीन मिलों ने एफसीआई (Food Corporation of India) को चावल डिलीवर नहीं किया. इसलिए मिल मालिकों के खिलाफ केस दर्ज करवाए गए हैं. चावल की रिकवरी के लिए मिल मालिकों की संपत्ति अटैच की जाएगी.
- सरस्वती एग्रो फूड: चावल मिल मालिकों ने करीब 28 हजार क्विंटल चावल नहीं लौटाया. जिसकी कीमत 10 करोड़ से अधिक है. मिल मालिक विपिन गुप्ता, रुचि गुप्ता, अनिल कुमार और सुशील के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
- सन्स राम इंडस्ट्री गांव फूसगढ़ के मालिकों ने 11278 क्विंटल चावल नहीं लौटाया. जिसकी कीमत 3 करोड़ 30 लाख से ज्यादा है. हैफेड डीएम की शिकायत पर राज मुंजाल, राजेश मुंजाल, रविन्द्र मुंजालज देवी दर्शन गुप्ता, अशोक कुमार और जगतराम के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
- बजाज राइस मिल घरौंडा के मालिक मोहित बजाज, वेद प्रकाश बजाज और मोहिंदर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आरोपियों ने 5025 क्विंटल सरकारी चावल का गबन किया जिसकी कीमत 2 करोड़ 66 लाख रुपए है.
- सूर्य राइस मिल जुड़ला ने करीब एक करोड़ 26 लाख की कीमत के 3226 क्विंटल सरकारी चावल का गबन किया.
आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज: आरोपी दिनेश लुंबा, ज्ञान चंद, मनजीत सिंह, कर्मवीर के खिलाफ केस दर्ज किया. करनाल एसपी गंगाराम पूनिया ने बताया कि सम्बंधित विभागों द्वारा चावल मिलों के खिलाफ शिकायत दी गई है. जिसके आधार पर केस दर्ज किया गया है.