सरगुजा: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का काम जारी है. लेकिन इसके साथ ही राइस मिलर्स भी हड़ताल पर है. समितियों से धान का उठाव ना हो पाने से खरीदी केंद्रों में धान का अंबार लगा हुआ है. कई समितियों में अतिरिक्त धान रखने की जगह नहीं बची है. संग्रहण केंद्र तक भी इतनी तेजी से धान नही पहुंचाया जा सकता लिहाजा ये हड़ताल सरकार के लिये एक बड़ी चुनौती बन चुकी है.
राइस मिलर्स पर कार्रवाई: वही दूसरी ओर प्रदेश में राइस मिलर्स पर कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है. सरगुजा में भी अब राइस मिलर्स पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. चावल स्टॉक में अंतर मिलने के बाद संयुक्त जांच दल ने एक राइस मिल को सील कर दिया है. इस कार्रवाई से राइस मिलर्स में हड़कंप मचा हुआ है.
लुंड्रा राइस मिल पर पहुंची टीम: कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व जिला विपणन अधिकारी, खाद्य, विद्युत्, मंडी एवं उद्योग विभाग की संयुक्त टीम ने लुंड्रा बहेराडीह स्थित मां महामाया फूड प्रोडक्ट की जांच की. इस जांच के दौरान संचालक अंकुर हाड़ा भी मौजूद रहे. जिला खाद्य अधिकारी चित्रकांत ध्रुव ने बताया कि मिल का भौतिक सत्यापन किया गया जिसमें धान का स्टॉक 13274 बोरी (मात्रा लगभग 5309. 60 क्विंटल) और चावल का स्टॉक 2254.87 क्विंटल उपलब्ध पाया गया.
धान और चावल के स्टॉक में अंतर पर कार्रवाई: टीम ने संचालक से स्टॉक रजिस्टर मांगा तो वो भी नहीं दिखाया गया. इसके अलावा संचालक की तरफ से कस्टम मिलिंग 2023-24 का सीएमआर चावल 8410 क्विंटल जमा किया जाना शेष है. इस जांच में संचालक के बयान अनुसार स्टॉक में 1728 क्विंटल चावल का अंतर पाया गया है. धान और चावल वास्तविक में आंकलन करने पर 5812.30 क्विंटल और एफसीआई अमदला में 870 क्विंटल चावल जमा करने के लिए राइस मिल संचालक द्वारा भेजा गया है.
चावल के स्टॉक में अंतर पाये जाने और राइस मिल संचालक की तरफ से सीएमआर चावल एफसीआई में जमा नहीं किये जाने पर कार्रवाई की गई. धान का स्टॉक 13274 बोरी (मात्रा लगभग 5309.60 क्विंटल) और चावल का स्टॉक 2254.87 क्विंटल जब्त कर मिल संचालक के सुपुर्द किया गया. मिल को सील कर दिया गया है.