रीवा: जिले के गढ़ थाना क्षेत्र से एक मामला सामने आया है. जहां मंगलवार को पुलिस अधिक्षक कार्यालय शिकायत करने पहुंची महिला ने गढ़ थाना में पदस्थ रहे वर्तमान थाना प्रभारी विकास कपीस पर गंभीर आरोप लगाए है. महिला का कहना है की "गांव में हुए एक विवाद में पुलिस ने पहले तो जबरन उसके पति, जेठ और देवर को आरोपी बनाया. उसके बाद घर में अवैध सामग्री की तलाशी लेने पहुंचे गढ़ टीआई सहित एक अन्य पुलिस कर्मियों ने कट्टे की नोक पर उसे घर के बाहर रोक दिया.
इसके बाद घर में दाखिल होकर थाना प्रभारी ने उसकी 15 वर्षीय बेटी के साथ गलत कृत्य किया." मामले पर एसपी विवेक सिंह का कहना है की "6 माह पूर्व कार्रवाई करने गई टीम पर ही जानलेवा हमला हुआ था. जिस पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की थी. जिससे प्रतीत होता है की कार्रवाई से व्यथित होकर परिवार ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया है."
महिला ने थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप
पुलिस अधीक्षक कार्यालय शिकायत लेकर आई महिला का आरोप है की "6 माह पूर्व 12 जून को गांव में रहने वाले कुशवाह समाज का विवाद हुआ था. इसी दौरान जेठ महेश साकेत घटना स्थल पर मौजूद थे, तभी गढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और उसके पति जेठ और देवर को पुलिस पकड़ कर अपने साथ ले गई थी. महिला ने आरोप लगाते हुए कहा की बाद में पुलिस की टीम उसके घर गई और तलाशी लेने की बात कही. इसके बाद थाना प्रभारी विकास कपीस और पुलिस कर्मी ओम प्रकाश ने हम पर बंदूक तानी और घर के बाहर खड़ा कर दिया. इसके बाद दोनों घर के अंदर दाखिल हो गए. इसके बाद मेरी 15 वर्षीय बच्ची के साथ गलत कृत्य किया."
कुछ लोगों ने टीम पर किया था हमला
मामले पर समान थाना प्रभारी विकास कपीस ने भी अपना पक्ष रखा है. टीआई विकास कपीस ने कहा कि "12 जून की घटना है, उस दौरान वह गढ़ थाना के प्रभारी थे. गढ़ थाना में वर्ष 2023, 2024 के दो प्रकरण पंजीबद्ध थे. जिसमें टिकुरी गांव के दो आरोपी की गिरफ्तारी होनी शेष थी. गढ़ पुलिस की टीम आरोपी राकेश कुशवाहा की गिरफ्तारी के लिए गई थी. आरोपी को पकड़ का पुलिस अपने वाहन से लौट रही थी. तभी टीम से सूचना प्राप्त हुई कि महेश साकेत अपने अन्य साथियों के साथ आया हुआ है. जिनके द्वारा आरोपी को छुड़ाकर भगाने का प्रायस किया जा रहा है. जिसके बाद तत्काल अधिकारियों को सूचना दी गई."
महेश साकेत सहित अन्य को मौके से पकड़ा
थाना प्रभारी का कहना है की "इसके बाद जब उन्होंने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर देखा तो, महेश साकेत, सूर्यभान जयसवाल, छोटे लाल साकेत अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने साथी को छुड़ाने का प्रयास कर रहा था. बंदूक से पुलिस टीम पर फायरिंग कर रहा है. जब वह आरोपी को भगाने में सफल हो गए तो पुलिस टीम ने महेश साकेत और उसके अन्य साथियों को पकड़ा और थाने ले गए. जिनके विरुद्ध 25,27 आर्म्स एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध पंजीबढ़ किया और सभी को जेल भेजा गया."
मामले में कई बने थे आरोपी
थाना प्रभारी ने बताया महेश साकेत, "छोटे लाल साकेत, सूर्य भान के विरूद्ध कई अपराध पंजीबद्ध है. वर्तमान में हाईकोर्ट ने कुछ आरोपियों की जमानत निरस्त की है. आरोपी अभी भी जेल में है. कार्रवाई को प्रभावित करने के साथ ही पुलिस पर दबाव बनाने के लिए उनके विरुद्ध एसपी कार्यालय में झूठी शिकायत करते हुए गंभीर आरोप लगाए गए हैं. गांव परिसर से ही आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी. कोई भी पुलिस कर्मी आरोपी के घर नहीं गए थे."
महिला की शिकायत पर संदेह, जांच के बाद होगा साफ
मामले को लेकर एसपी विवेक सिंह का कहना है की "महिला शिकायत करने आई थी. शिकायत के बारे में जब अवलोकन किया गया तो जानकारी मिली की 12 जून को गढ़ थाना क्षेत्र में एक घटना हुई थी. जिसमें पुलिस की टीम आरोपियों को पकड़ने गई थी. मौके पर पुलिस टीम के साथ झूमाझटकी, मारपीट और जान से मारने का प्रयास किया गया था. इसके बाद मौके से कुछ लोगों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ 307, 353 सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था.
मामले में कुछ लोग जमानत पर रिहा हुए हैं. जबकि कुछ अभी भी जेल में बंद है. अब प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि शिकायतकर्ता महिला आरोपी पक्ष का परिवार है. जिनके द्वारा अपने बचाव में पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रही है. मामले की जांच के बाद ही सब कुछ साफ हो पाएगा. अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी."