रीवा: जिले की सेमरिया विधानसभा क्षेत्र स्थित अगड़ाल गांव के ग्रामीणों ने अपनी गांव की खस्ताहाल सड़क से निपटने वालों के लिए अजब-गजब प्रस्ताव रखा है. जिसमें मिट्टी से सनी सड़क से निकलने वालों के लिए चुनौती रखी गई है. चुनौती भी ऐसी जिसे सुनकर ही आप भी थोड़ा सोच में पड़ सकते हैं. खस्ताहाल सड़क से निकलने वालों के लिए ग्रामीणों ने 5 हजार रुपए इनाम की घोषणा की है. ग्रामीणों का मानना है कि 'उनके गांव की मुख्य सड़क से कोई भी व्यक्ति 4 पहिया वाहन नहीं निकाल सकता है. इसलिए उन्होंने चार पहिया वाहन निकालने वाले के लिए चुनौती रखी है. इनाम के तौर पर 5 हजार रुपए देने का प्रस्ताव भी है.
इस सड़क से फोर व्हीलर लेकर निकले तो इनाम
अगड़ाल गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि 'प्रदेश सरकार हर इलाकों में लगातार फोर लेन सड़कों का जाल बिछाए जाने का दावा कर रही है. जिससे लोगों को आवागवन में सुविधा महसूस हो, मगर सरकार की यह सुविधा आज भी ग्रामीण इलाकों तक नहीं पहुंच पा रही है. यही वजह है कि फोर लेन सड़क तक पहुंचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. खस्ताहाल सड़क का एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जिले के सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से जहां खराब सड़क में चलने वालों के लिए ग्रामीणों ने चुनौती रखी है. ग्रामीणों ने दावा किया है कि 'उनके गांव से निकलने वाली सड़क से कोई भी इंसान फोर व्हीलर वाहन नहीं निकाल सकता है, लेकिन फिर भी अगर किसी ने ऐसा कर दिया तो ग्रामीण उसे इनाम के तौर पर 5 हजार रुपए की राशि देंगे.'
NH 30 से जुड़ी है जर्जर सड़क
ग्रामीणों का कहना है कि, NH 30 हाइवे से जुड़ी चोरहटा क्षेत्र में स्थित अगड़ाल गांव की यह मुख्य सड़क है. जो करीब 100 मीटर तक इतनी खराब है. जहां से पैदल निकलना भी परेशानी का सबब होता है. सड़क के निर्माण को लेकर ग्रामीण लगातार जनप्रतिनिधि सहित अधिकारियों से शिकायत भी करते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. जिसकी वजह से उन्होंने यह चुनौती रखकर एक बार अपनी ओर प्रशासन को आकर्षित करने की कोशिश की है. इस रास्ते से अक्सर स्कूली छात्र-छात्राएं भी अपनी जान जोखिम में डालकर गुजरते हैं, तो वही भारी-भरकम ट्रक भी गुजरते हैं. इस जर्जर सड़क से ट्रकों के अलावा भारी वाहनों का आवागमन देखकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
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ग्रामीणों का 6 महीने में ही उड़ गए सड़क के परखच्चे
बताया जा रहा है कि गांव की मुख्य सड़क होने के चलते फोरलेन सड़क पर जाने के लिए भी इसी रास्ते जा सहारा लेना पड़ता है. बरसात के दिनों में खस्ताहाल सड़क की यह स्थिति बन जाती है कि सड़क में पानी भर जाता है. कीचड़ से यह रास्ता सना हुआ होता है. जिससे आवागवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है की यह सड़क 6 माह पूर्व 8 करोड़ की लागत से बनी थी, लेकिन 6 महीने भी नहीं चल पाई और खाईनुमा गड्ढों में तब्दील हो गई.