रीवा। बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्रा ने मऊगंज जिले के देवतालाब विधानसभा क्षेत्र स्थित सीतापुर ग्राम पंचायत के डूंडा गांव का दौरा किया. इसी दौरान उन्हें वहां पर कुछ गंदे टॉयलेट दिखाई दिए. सांसद ने शौचालय में पहले पानी डाला फिर प्लास्टिक का ब्रश उठाया और कुछ ही मिनटों मे टॉयलेट को अपने हाथों से एकदम चकाचक कर दिया. दरअसल, बीते दिनों मऊगंज जिले के डूंडा गांव में दूषित पानी पीने से 25 लोग बीमार हो गए थे. उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनका उपचार किया गया.
दूषित पानी से बीमार लोगों को देखने पहुंचे सांसद
घटना के तीन दिन बाद मंगलवार को सांसद जनार्दन मिश्रा ने सीतापुर स्थित डूंडा गांव का दौरा किया. सांसद ने लोगों से मुलाकात की, जो दूषित पानी पीकर बीमार हुए थे. सांसद ने मरीजों के साथ ही ग्रामीणों को भी बीमारी से बचने के कई उपाय बताए. सांसद ग्रामीणों से चर्चा ही कर रहे थे कि उसी दौरान वहां पर आसपास बने कुछ टॉयलेट पर उनकी नजर पड़ी, जो काफी गंदे थे. इसके बाद सांसद ने पानी मंगवाया और टॉयलेट के अंदर जा पहुंचे. प्लास्टिक के ब्रश को उठाया और अपने हाथों से ही गंदे टॉयलेट को साफ कर दिया. देखते ही देखते सांसद जनार्दन मिश्रा ने चंद मिनटों में गंदे टॉयलेट को चकाचक कर दिया.
सांसद जनार्दन मिश्रा पहले भी साफ कर चुके हैं टॉयलेट
बता दें कि यह पहला मामला नहीं है कि सांसद जनार्दन मिश्रा ने गंदे टॉयलेट को अपने हाथों से साफ किया हो. इसके पूर्व भी वह कई बार अपनी कार्यप्रणाली को लेकर सुर्खियों में आ चुके हैं. इससे पहले भी सांसद टॉयलेट की सफाई कर चुके हैं. दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आयोजित सेवा पखवाड़े के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह मऊगंज के खटखरी गांव में स्थित एक स्कूल पर पहुंचे थे और पौधारोपण करने के दौरान उन्हें स्कूल का गंदा टॉयलेट दिख गया और उन्होंनें अपने हाथों से उसकी सफाई की थी.
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हमेशा कुछ न कुछ करके देते रहते हैं संदेश
टॉयलेट की सफाई करने का मामला हो या हैंडपंप पर गांव के छोटे बच्चे को नहलाने का, किसी कार्यक्रम में अव्यवस्थित पड़े जूते और चप्पलो को व्यवस्थित करने का हो, सांसद जनार्दन मिश्रा चर्चा में रह चुके हैं. इस मामले में सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा "मऊगंज जिले के सीतापुर गांव में स्थित साकेत बस्ती के कुछ लोग बीते दिनों दूषित पानी पीकर बीमार हुए थे, जिसके बाद उनका हाल जानने के लिए वह उनके गांव पहुंचे थे. इस दौरान वहां पर काफी गंदगी थी. कुछ लोग शौचालयों का उपयोग कर रहे थे और कुछ नही कर रहे थे. जिन शौचालयों का उपयोग हो रहा था, वह बेहद गंदे थे."