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कहां है महिला आयोग, केवल लाडली बहनों को पैसे देने से काम नहीं चलेगा, रीवा कांड पर कांग्रेस का हल्लाबोल - REWA women congress protest

रीवा जिले के हिनौता गांव में जमीनी विवाद के चलते दो महिलाओं को जिंदा गाड़ने के मामले को लेकर मंगलवार को महिला प्रदेश कांग्रेस ने एसपी कार्यालय में जमकर प्रदर्शन किया.

REWA HINUTA BURYING WOMEN ALIVE
रीवा में महिलाओं को जिंदा गाड़ने के मामले पर सियासत तेज (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 24, 2024, 7:20 AM IST

रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में जमीनी विवाद को लेकर दो महिलाओं को जिंदा दबाने का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा. बीते शनिवार को घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया. प्रदेश में विपक्षी दल के कई नेताओं ने घटना का वीडियो शेयर कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया. लोगों ने शासन और स्थानीय प्रशासन की जमकर आलोचना की. मंगलवार को महिला कांग्रेस की नेताओं ने एसपी कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. इससे पहले 22 जुलाई को युवा कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय को घेरने का प्रयास किया, जिसके बाद जमकर बवाल मच गया और पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा.

रीवा में महिलाओं को जिंदा गाड़ने के मामले पर सियासत तेज (ETV Bharat)

महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
ये मामला रीवा जिले के मनगवां के हिनौता गांव का है. जहां दो महिलाओं पर हाइवा ट्रक से मुरुम उड़ेलकर जिंदा दबाया किया जा रहा था. इस मामले पर अब सियासत तेज हो चुकी है. मगलवार को महिला प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल सैकड़ों नेताओं के साथ एसपी कार्यालय पहुंची और एसपी से मुलाकात कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की. विभा पटेल का कहना है कि, ''मामले पर दोषियों के विरुद्ध सामान्य धाराओं के तहत कार्रवाई किए जाने के बजाय हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए. साथ ही महिलाओं को सुरक्षा मिलनी चाहिए.''

एसपी से की कड़ी कार्रवाई की मांग

महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ''राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया है, लेकिन प्रदेश की महिला आयोग कहां है. क्यों घटना पर मुख्यमंत्री मोहन यादव संज्ञान नहीं ले रहे. उन्होंने अभी तक क्यों कोई निर्देश नहीं दिए, यही राजनीतिक दबाव का उदाहरण है, जिसके कारण आज भी महिलाए मध्य प्रदेश में प्रताड़ित हो रही हैं. केवल लाडली बहनों को पैसे देने से काम नहीं चलेगा, महिलाओं को सुरक्षा भी देनी होगी. भारतीय जनता पार्टी महिलाओं को वोट बैंक न समझे, जहां भी इस तरह के घटनाएं हों, उसमे मामला दर्ज करके कठोर कर्रवाई करनी होगी.''

Rewa land dispute Murum incident
महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन (ETV Bharat)

आरोपियों के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
वहीं मामले पर एसपी विवेक सिंह ने कहा कि ''मनगवां के हिनौता गांव में दो महिलाओं के साथ हुई घटना के मामले में महिला कांग्रेस की ओर से पत्र सौंपा गया है, उन्हें अस्वस्त किया गया है कि मामले पर दोषियों के विरुद्ध पुरानी धारा 308 और नई धारा भारतीय न्याय संहिता के तहत 110 के तहत अपराधिक मानव वध के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया गया है. इसके साथ ही गाली गलौज और जान से मारने की धमकी की धाराओं को बढाया गया है. मामले में विवेचना चल रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को सज्ञान में लिया है, उनके द्वारा जो भी जानकारी मांगी जाएगी, उसे हमारे द्वारा भेज दी जाएगी.''

आरोपी ससुर को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार

दरअसल मामले पर कुल 5 आरोपी बनाए गए है. मुख्य अरोपी गौकरण पांडेय पीड़ित महिलाओं का ससुर है. विपिन पाण्डेय और आकाश पाण्डेय परिवार के सदस्य हैं. हाइवा ट्रक का मालिक राजेश सिंह और ड्राइवर प्रदीप कोल है. इनमें से ट्रक मालिक राजेश सिंह, ड्राइवर प्रदीप कोल और विपिन पाण्डेय को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मुख्य आरोपी पीड़ित महिलाओं का ससुर गौकरण पाण्डेय मंगलवार को जिला न्यायालाय में सरेंडर करने पहुंचा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया. जबकि एक अन्य आरोपी आकाश पाण्डेय अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है.

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जानिए क्या है रीवा का मुरुम कांड

दरअसल यह घटनाक्रम मनगवां थाना क्षेत्र के गंगेव चौकी स्थित हिनौता गांव का है. बीते शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए वीडियो सामने आया था. वायरल वीडियो में दो महिलाएं आशा और ममता पाण्डेय निजी जमीन पर सड़क बनाए जानें का विरोध कर रही थी. इसी दौरान हाइवा ट्रक में लोड मुरुम उनके ऊपर गिरा दी गई, जिसमें एक महिला मुरुम के अंदर दब गई, जब कि एक महिला का आधा धड़ मुरुम में दब गया. घटना के बाद चीख पुकार मच गई. स्थानीय लोगों ने दौड़कर मुरुम को हटाया और कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बेहोशी की हालत में बाहर निकाला.

रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में जमीनी विवाद को लेकर दो महिलाओं को जिंदा दबाने का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा. बीते शनिवार को घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया. प्रदेश में विपक्षी दल के कई नेताओं ने घटना का वीडियो शेयर कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया. लोगों ने शासन और स्थानीय प्रशासन की जमकर आलोचना की. मंगलवार को महिला कांग्रेस की नेताओं ने एसपी कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. इससे पहले 22 जुलाई को युवा कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय को घेरने का प्रयास किया, जिसके बाद जमकर बवाल मच गया और पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा.

रीवा में महिलाओं को जिंदा गाड़ने के मामले पर सियासत तेज (ETV Bharat)

महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
ये मामला रीवा जिले के मनगवां के हिनौता गांव का है. जहां दो महिलाओं पर हाइवा ट्रक से मुरुम उड़ेलकर जिंदा दबाया किया जा रहा था. इस मामले पर अब सियासत तेज हो चुकी है. मगलवार को महिला प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल सैकड़ों नेताओं के साथ एसपी कार्यालय पहुंची और एसपी से मुलाकात कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की. विभा पटेल का कहना है कि, ''मामले पर दोषियों के विरुद्ध सामान्य धाराओं के तहत कार्रवाई किए जाने के बजाय हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए. साथ ही महिलाओं को सुरक्षा मिलनी चाहिए.''

एसपी से की कड़ी कार्रवाई की मांग

महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ''राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया है, लेकिन प्रदेश की महिला आयोग कहां है. क्यों घटना पर मुख्यमंत्री मोहन यादव संज्ञान नहीं ले रहे. उन्होंने अभी तक क्यों कोई निर्देश नहीं दिए, यही राजनीतिक दबाव का उदाहरण है, जिसके कारण आज भी महिलाए मध्य प्रदेश में प्रताड़ित हो रही हैं. केवल लाडली बहनों को पैसे देने से काम नहीं चलेगा, महिलाओं को सुरक्षा भी देनी होगी. भारतीय जनता पार्टी महिलाओं को वोट बैंक न समझे, जहां भी इस तरह के घटनाएं हों, उसमे मामला दर्ज करके कठोर कर्रवाई करनी होगी.''

Rewa land dispute Murum incident
महिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन (ETV Bharat)

आरोपियों के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
वहीं मामले पर एसपी विवेक सिंह ने कहा कि ''मनगवां के हिनौता गांव में दो महिलाओं के साथ हुई घटना के मामले में महिला कांग्रेस की ओर से पत्र सौंपा गया है, उन्हें अस्वस्त किया गया है कि मामले पर दोषियों के विरुद्ध पुरानी धारा 308 और नई धारा भारतीय न्याय संहिता के तहत 110 के तहत अपराधिक मानव वध के प्रयास का प्रकरण दर्ज किया गया है. इसके साथ ही गाली गलौज और जान से मारने की धमकी की धाराओं को बढाया गया है. मामले में विवेचना चल रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को सज्ञान में लिया है, उनके द्वारा जो भी जानकारी मांगी जाएगी, उसे हमारे द्वारा भेज दी जाएगी.''

आरोपी ससुर को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार

दरअसल मामले पर कुल 5 आरोपी बनाए गए है. मुख्य अरोपी गौकरण पांडेय पीड़ित महिलाओं का ससुर है. विपिन पाण्डेय और आकाश पाण्डेय परिवार के सदस्य हैं. हाइवा ट्रक का मालिक राजेश सिंह और ड्राइवर प्रदीप कोल है. इनमें से ट्रक मालिक राजेश सिंह, ड्राइवर प्रदीप कोल और विपिन पाण्डेय को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मुख्य आरोपी पीड़ित महिलाओं का ससुर गौकरण पाण्डेय मंगलवार को जिला न्यायालाय में सरेंडर करने पहुंचा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया. जबकि एक अन्य आरोपी आकाश पाण्डेय अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है.

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