रीवा। मऊगंज जिले के सीतापुर में स्थित डूडा दुआरी गांव में शनिवार की देर शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब गांव के 25 से ज्यादा लोग दूषित पानी पीने से अचानक बीमार हो गए. उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत हुई और हालात बिगड़ने लगी. जिसके बाद बीमार हुए सभी ग्रामीणों को इलाज के लिए गंभीर हालत में मऊगंज के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार शुरु हुआ. जिसके बाद बीमार हुए सभी ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. सूचना पर रीवा के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और मरीजों का हालचाल जाना. उन्होंने अधिकारियों को बीमारी की वजह का पता लगाने के निर्देश दिये. 25 People Fell ill After Drinking Handpump Water
दूषित पानी पीने से 25 ग्रामीण बीमार
घटना रीवा के मऊगंज स्थित सीतापुर के डूडा दुआरी की है. अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों के परिजनों ने बताया कि गांव के 25 से ज्यादा लोगों को पिछले तीन दिनों से उल्टी दस्त की शिकायत थी. जिसे उन्होंने बिगड़ते मौसम के चलते हलके में लेकर नजरंदाज किया. लेकिन शनिवार की सुबह से लेकर देर शाम तक गांव के 25 से ज्यादा लोगों की अचानक तबीयत बिगड़ी और उनकी हालत गंभीर हो गई. इतनी ज्यादा संख्या में ग्रामीणों के बीमार होते ही गांव में हड़कंप मच गया. ग्रामीणों ने तत्काल 108 एंबुलेंस को सूचना दी जिसके बाद सभी बीमार हुए ग्रामीणों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया.
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ग्रामीण डामर प्लांट को मान रहे बीमारी की वजह
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम सकते में आ गई. तत्काल रीवा के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी भी अपनी टीम के साथ मऊगंज सिविल अस्पताल पहुंचे और स्वास्थ अधिकारियों से चर्चा करके ग्रामीणों के इलाज के साथ ही बीमारी का पता लगाने के निर्देश दिए. एक साथ 25 से ज्यादा ग्रामीणों के बीमार होने की घटना को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि ''गांव के समीप ही एक डामर प्लांट स्थापित है. पिछ्ले कई दिनों से हो रही बारिश के चलते बारिश का सारा पानी डामर प्लांट से बहकर हैंडपंप के समीप एकत्रित हो जाता है और उसी हैंडपंप के दूषित पानी पीने की वजह से यह घटना हुई है.'' हालाकि यह तो जांच का विषय है इसके बाद ही पता लग पाएगा की घटना की असली वजह क्या थी.