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रीवा से जिस 6 माह के बच्चे का हुआ अपहरण उसे मुंबई से खोज लाई एमपी पुलिस, एक नहीं दो-दो बार बेचा गया था मासूम - Rewa child kidnapping case

6-7 मई की दरमियानी रात रीवा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र से हुए 6 माह के बच्चे के अपहरण मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने इस अपहरण के मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

REWA CHILD KIDNAPPING CASE
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया खुलासा (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 13, 2024, 10:26 AM IST

6 दिन बाद मुंबई के कल्याण से बच्चा मिला वापस (Etv Bharat)

रीवा। कहते हैं कि अपराध करने वाला कितना ही शातिर और चालाक क्यों न हो एक न एक दिन कानून के हाथ उसके गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं. रीवा के पुलिस अफसरों ने कुछ ऐसा ही करके दिखाया है. 6 दिन पहले हुए 6 माह के मासूम के अपहरण की घटना ने सबको चौंका कर रख दिया था. घटना के बाद रीवा पुलिस ने मामले पर गंभीरता दिखाई और 6 दिन बाद मासूम बच्चे को मुंबई के कल्याण से सकुशल बरामद कर लिया. बताया गया कि किडनैपर्स ने बच्चे का अपहरण करके मुम्बई में रहने वाले दो व्यक्तियों को 9 लाख रुपए में बेचा था. इसके बाद मुम्बई के रहने वाले संतानहीन व्यक्ति ने बच्चे को उनसे 29 लाख में खरीदा था. वारदात में शामिल 11 आरोपियों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है. जबकि 1 आरोपी अभी भी फरार है.

REWA CHILD KIDNAPPING CASE
बच्चे के साथ पुलिस अधिकारी (Etv Bharat)

रात को हुआ था बच्चे का अपहरण

घटना बीते 6 और 7 मई के दरमियानी रात की है. राजस्थान का रहने वाला मोंगिया परिवार अपना जीवन यापन करने के उद्देश्य से रीवा आया हुआ है. शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित कॉलेज चौराहे में सड़क के किनारे रेहड़ी लगाकर वह पैसा कमाते हैं और अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं. घटना वाले दिन पति-पत्नी रात को दुकान बंद कर अपने 6 माह के बच्चे के साथ उसी स्थान पर मच्छरदानी लगाकर सो गए थे, जिसके बाद बच्चे का अपहरण हुआ.

REWA CHILD KIDNAPPING CASE
बच्चे के साथ उसके माता पिता (Etv Bharat)

बाइक सवारों ने रात 3 बजे किया बच्चे का अपहरण

रात तकरीबन 3 बजे बाइक सवार 2 बदमाशों ने अचानक बच्चे को उठाया और अपने साथ ले जाने लगे. घटना से बच्चे के माता और पिता की नींद खुल गई. उन्होंने बाइक सवारों को पकड़ने की काफी कोशिश की. लेकिन वह मौके से बच्चे को लेकर फरार हो गए. इधर बच्चे के अपहरण से परेशान परिजन बदहवास हो गए. उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी. मौके और पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी जुटाई और तत्काल जिले भर में नाकेबंदी करवाकर बाइक सवार बदमाशों की तलाश शुरु कर दी.

पुलिस के जाल में फंस गए किडनैपर

घटना को लेकर रीवा रेंज के IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने मीटिंग की और एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर एडिशनल एसपी अनिल सोनकर व विवेक लाल के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं. पुलिस अधिकारियों ने अपनी कुशलता दिखाई और घटना के अगले ही दिन बच्चे का अपहरण करने वाले बाइक सवार मो. सलीम खान और अतुल जयसवाल को चिन्हित कर लिया. इसके बाद मो. सलीम खान को पुलिस की टीम ने घेराबंदी करके मऊगंज जिले में स्थित एक सुनसान इलाके से दबोच लिया. पुलिस की पूछताछ में अपहरणकर्ता सलीम खान ने पूरी कहानी पुलिस को बताई. पूछताछ में पुलिस को 2 और लोगों का नाम पता चला. मुम्बई में रहने वाले मऊगंज निवासी नितिन सोनी और उसकी पत्नी स्वाती सोनी का. ये दोनों पिछले दिनों मऊगंज आए थे. नितिन और स्वाती सोनी ने ही अपने अन्य साथी मो. हारून, मो. सलीम, मुस्कान रावत, देवेश जयसवाल और चालक गुड्डू गुप्ता के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी.

बच्चे का अपहरण कर मुंबई ले गए फिर 9 लाख में बेचा

6 माह बच्चे का अपहरण कर उसे महाराष्ट्र स्थित मुम्बई के कल्याण ले गए. अपहरणकर्ताओं ने मुम्बई के अमोल मधुकर, महिला आरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे को उस बच्चे को 9 लाख रुपए में बेच दिया. बच्चे के अपहरण के बाद उसके खरीद फरोख्त का सिलसिला यहीं नहीं थमा. इसके बाद महिला आरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे ने मासूम को मुम्बई के रहने वाले श्रीकृष्ण संत राम को 29 लाख रुपए में बच्चे को बेच दिया. ये सब कुछ पता चलने के बाद रीवा पुलिस की टीमों को जबलपुर, मुंबई और अन्य जगहों के लिए रवाना किया गया.

6 दिन बाद मुंबई के कल्याण से बच्चा बरामद

सीएसपी रितु उपाध्याय के नेतृत्व में मुंबई भेजी गई पुलिस की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से एक-एक कर अपहरणकर्ताओं तक पहुंची. फिर 6 माह के मासूम बच्चे को मुंबई के कल्याण स्थित एक इलाके से सकुशल बरामद किया और 12 मई को रीवा लेकर पुलिस पहुंची. इसके बाद अपहरण कांड का आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुलासा किया. वारदात में कुल 12 आरोपी शामिल थे. इनमे से 11 लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 1 आरोपी अभी भी फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है.

रीवा IG ने किया अपहरण का खुलासा

मामले का खुलासा करते हुऐ रीवा रेंज के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि ''मुंबई निवासी श्रीकृष्ण संत राम की कोई संतान नहीं थी, जिसके चलते उसने मुम्बई के रहने वाले आरोपियों से बच्चे की पेशकश की थी. जिसके बाद अपहरण के बाद आरोपियों ने बच्चे को 29 लाख रुपए में श्रीकृष्ण संत राम को बेंच दिया. पुलिस टीम की सजगता से एक मासूम को उसका परिवार मिल गया.'' इसके लिए आईजी ने पुलिस टीम को पुरुष्कृत करने की घोषणा की है. इसके साथ ही पूरे मामले पर आईजी ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आशंका भी जाहिर की है.

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अपहरण हुए 6 माह के बच्चे को पाकर उसकी मां मनीषा मोंगिया और पिता अरविंद मोंगिया के खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मासूम को पाते ही मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को सीने से लगाया और उसे दुलार करने लगी. बच्चे के परिजनों ने रीवा पुलिस की काफी प्रशंसा की. रीवा पुलिस की कार्य कुशलता को देखकर अब रीवा की जानता भी उन्हे सैल्यूट कर रही है.

6 दिन बाद मुंबई के कल्याण से बच्चा मिला वापस (Etv Bharat)

रीवा। कहते हैं कि अपराध करने वाला कितना ही शातिर और चालाक क्यों न हो एक न एक दिन कानून के हाथ उसके गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं. रीवा के पुलिस अफसरों ने कुछ ऐसा ही करके दिखाया है. 6 दिन पहले हुए 6 माह के मासूम के अपहरण की घटना ने सबको चौंका कर रख दिया था. घटना के बाद रीवा पुलिस ने मामले पर गंभीरता दिखाई और 6 दिन बाद मासूम बच्चे को मुंबई के कल्याण से सकुशल बरामद कर लिया. बताया गया कि किडनैपर्स ने बच्चे का अपहरण करके मुम्बई में रहने वाले दो व्यक्तियों को 9 लाख रुपए में बेचा था. इसके बाद मुम्बई के रहने वाले संतानहीन व्यक्ति ने बच्चे को उनसे 29 लाख में खरीदा था. वारदात में शामिल 11 आरोपियों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है. जबकि 1 आरोपी अभी भी फरार है.

REWA CHILD KIDNAPPING CASE
बच्चे के साथ पुलिस अधिकारी (Etv Bharat)

रात को हुआ था बच्चे का अपहरण

घटना बीते 6 और 7 मई के दरमियानी रात की है. राजस्थान का रहने वाला मोंगिया परिवार अपना जीवन यापन करने के उद्देश्य से रीवा आया हुआ है. शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित कॉलेज चौराहे में सड़क के किनारे रेहड़ी लगाकर वह पैसा कमाते हैं और अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं. घटना वाले दिन पति-पत्नी रात को दुकान बंद कर अपने 6 माह के बच्चे के साथ उसी स्थान पर मच्छरदानी लगाकर सो गए थे, जिसके बाद बच्चे का अपहरण हुआ.

REWA CHILD KIDNAPPING CASE
बच्चे के साथ उसके माता पिता (Etv Bharat)

बाइक सवारों ने रात 3 बजे किया बच्चे का अपहरण

रात तकरीबन 3 बजे बाइक सवार 2 बदमाशों ने अचानक बच्चे को उठाया और अपने साथ ले जाने लगे. घटना से बच्चे के माता और पिता की नींद खुल गई. उन्होंने बाइक सवारों को पकड़ने की काफी कोशिश की. लेकिन वह मौके से बच्चे को लेकर फरार हो गए. इधर बच्चे के अपहरण से परेशान परिजन बदहवास हो गए. उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी. मौके और पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी जुटाई और तत्काल जिले भर में नाकेबंदी करवाकर बाइक सवार बदमाशों की तलाश शुरु कर दी.

पुलिस के जाल में फंस गए किडनैपर

घटना को लेकर रीवा रेंज के IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने मीटिंग की और एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर एडिशनल एसपी अनिल सोनकर व विवेक लाल के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं. पुलिस अधिकारियों ने अपनी कुशलता दिखाई और घटना के अगले ही दिन बच्चे का अपहरण करने वाले बाइक सवार मो. सलीम खान और अतुल जयसवाल को चिन्हित कर लिया. इसके बाद मो. सलीम खान को पुलिस की टीम ने घेराबंदी करके मऊगंज जिले में स्थित एक सुनसान इलाके से दबोच लिया. पुलिस की पूछताछ में अपहरणकर्ता सलीम खान ने पूरी कहानी पुलिस को बताई. पूछताछ में पुलिस को 2 और लोगों का नाम पता चला. मुम्बई में रहने वाले मऊगंज निवासी नितिन सोनी और उसकी पत्नी स्वाती सोनी का. ये दोनों पिछले दिनों मऊगंज आए थे. नितिन और स्वाती सोनी ने ही अपने अन्य साथी मो. हारून, मो. सलीम, मुस्कान रावत, देवेश जयसवाल और चालक गुड्डू गुप्ता के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी.

बच्चे का अपहरण कर मुंबई ले गए फिर 9 लाख में बेचा

6 माह बच्चे का अपहरण कर उसे महाराष्ट्र स्थित मुम्बई के कल्याण ले गए. अपहरणकर्ताओं ने मुम्बई के अमोल मधुकर, महिला आरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे को उस बच्चे को 9 लाख रुपए में बेच दिया. बच्चे के अपहरण के बाद उसके खरीद फरोख्त का सिलसिला यहीं नहीं थमा. इसके बाद महिला आरवी उर्फ सेजल और प्रदीप कोलम्बे ने मासूम को मुम्बई के रहने वाले श्रीकृष्ण संत राम को 29 लाख रुपए में बच्चे को बेच दिया. ये सब कुछ पता चलने के बाद रीवा पुलिस की टीमों को जबलपुर, मुंबई और अन्य जगहों के लिए रवाना किया गया.

6 दिन बाद मुंबई के कल्याण से बच्चा बरामद

सीएसपी रितु उपाध्याय के नेतृत्व में मुंबई भेजी गई पुलिस की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से एक-एक कर अपहरणकर्ताओं तक पहुंची. फिर 6 माह के मासूम बच्चे को मुंबई के कल्याण स्थित एक इलाके से सकुशल बरामद किया और 12 मई को रीवा लेकर पुलिस पहुंची. इसके बाद अपहरण कांड का आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुलासा किया. वारदात में कुल 12 आरोपी शामिल थे. इनमे से 11 लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 1 आरोपी अभी भी फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है.

रीवा IG ने किया अपहरण का खुलासा

मामले का खुलासा करते हुऐ रीवा रेंज के आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि ''मुंबई निवासी श्रीकृष्ण संत राम की कोई संतान नहीं थी, जिसके चलते उसने मुम्बई के रहने वाले आरोपियों से बच्चे की पेशकश की थी. जिसके बाद अपहरण के बाद आरोपियों ने बच्चे को 29 लाख रुपए में श्रीकृष्ण संत राम को बेंच दिया. पुलिस टीम की सजगता से एक मासूम को उसका परिवार मिल गया.'' इसके लिए आईजी ने पुलिस टीम को पुरुष्कृत करने की घोषणा की है. इसके साथ ही पूरे मामले पर आईजी ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आशंका भी जाहिर की है.

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