रीवा। गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में स्थित खंदो देवी धाम में दर्शन करने गए 25 श्रद्धालुओं के लिए आफत खड़ी हो गई. दुर्गम रास्ते से होते हुए छोटे नाले पार करके सभी श्रद्धालु मंदिर दर्शन करने गए थे. देर शाम जब वह वापस लौटे तो नालों में बढ़े जल स्तर को देखकर उनके होश उड़ गए. बारिश के कारण पहाड़ों से बहकर आए बारिश के पानी से अचानक नालों का जल स्तर बढ़ गया और वही नाले नदियों में तब्दील हो गए. नाले में बढ़ते पानी का जलस्तर देखकर श्रद्धालु वापस मंदिर लौट गए पुलिस को इसकी सूचना दी गई. मौके पर पुलिस और SDERF की टीम पहुंची. 8 घण्टे तक चले रेस्क्यू के बाद रात 2 बजे सभी श्रद्धालुओं को जंगल के रास्ते बहार निकाला गया. जिसके बाद पुलिस और श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली.
देवी धाम गए 25 श्रद्धालु फंसे, आपदा प्रबंधन की टीम ने किया रेस्क्यू
बताया गया की शनिवार की शाम 25 श्रद्धालु रीवा के गोविन्दगढ में प्रसिद्ध देवी धाम खंदो मंदिर में दर्शन करने गए थे. खंदो मंदिर पहाड़ी इलाके में है और लोगों को वहां जाने के दुर्गम रास्ते से होकर छोटे-छोटे नदी नाले पार करने पड़ते है. जब वह घर जानें के लिए वापस लौटे तो रास्ते के छोटे नाले, बडी नदियों में तब्दील थे. सामने का दृश्य देखकर उन्होनें मंदिर में ही शरण लेना सही समझा और वासप मंदिर लौट गए.
रात 2 बजे रेस्क्यू करके जंगल के रास्ते निकाले गए श्रद्धालु
देर शाम मंदिर में फंसे लोगों ने गोविंदगढ़ पुलिस को सूचना दी. थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने एसडीआरएफ की टीम को घटना स्थल पर बुलाया. संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 8 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया. रात को मंदिर पहुंचकर बचाव दल के द्वारा सभी 25 श्रद्धालुओं को जंगल के रास्ते निकालकर बाहर ले जाया गया. इसके बाद रेस्क्यू दल और सभी 25 श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली.
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बीते दिनों भी हों चुकी इस तरह की घटना
बता दें कि बीते दिनों भी इसी तरह की एक घटना सामने में आई थी. जिले के सोहागी थाना क्षेत्र में एमपी और यूपी के बॉर्डर में स्थित एक पहाड़ पर एक ही परिवार के 12 सदस्य बुरी तरह से फंस गए थे. पहाड़ पर स्थित सभी 12 सदस्य पहाड़ में स्थित देवी धाम में दर्शन करने गए थे. इलाके में तेज बारिश के बाद लौटते वक्त पहाड़ी नदी पर उफान आ गया था. इसके बाद सभी 12 श्रद्धालु एक विरान टापू में फंस गए थे. आपदा प्रबंधन की टीम ने मौके पर पहुंचकर एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाया था. 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी श्रद्धालु बाहर निकले गए थे.