जयपुर: राजस्थान की SI भर्ती रद्द करने या न करने को लेकर भजनलाल सरकार 13 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में निर्णय ले सकती है. SI भर्ती प्रकरणों की समीक्षा को लेकर बनी मंत्रिमंडल सब कमेटी का काम पूरा हो गया है. कमेटी ने SOG और गृह विभाग के अधिकारियों से फीडबैक ले लिया है. अब मंत्रियों की मंत्रणा के बाद कमेटी अगले दो दिन में सरकार को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. कमेटी के रिपोर्ट के अध्ययन के बाद भर्ती रद्द होगी या नहीं, इसका अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री भजनलाल करेंगे.
कैबिनेट में फैसला!: बता दें कि SI भर्ती प्रकरणों की मंत्रियों की कमेटी की समीक्षा का काम पूरा कर लिया गया है. अब इसे निरस्त करने या न करने को लेकर भजनलाल सरकार निर्णय कर लेगी. माना जा रहा है कि 13 अक्टूबर को प्रस्तावित कैबिनेट की बैठक में या सीएम भजनलाल शर्मा के प्रस्तावित विदेश दौरे से पूर्व इस पर सरकार फैसला ले लिया जा सकता है. दरअसल प्रकरण में सबसे बड़ा पसोपेश यही है कि यदि सरकार भर्ती निरस्त करने का फैसला करती है तो जिन्होंने बिना किसी बेईमानी के खुद की मेहनत से सफलता हासिल की है, उन अभ्यर्थियों का क्या होगा और भविष्य में कानूनी पचड़े हुए या सरकार के आदेश के खिलाफ कोई याचिका दायर होती है, तो क्या लाइन ऑफ एक्शन होगा. कमेटी ने इन बिंदुओं को लेकर भी मंत्रणा की है.
बैठक के बाद विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने गृह विभाग और SOG के अधिकारियों से तथ्यों के संकलन का काम पूरा कर लिया है. अब कमेटी एक राय होने के बाद सरकार को रिपोर्ट देगी. जिस पर सरकार की ओर से फैसला किया जाएगा. कमेटी के सदस्य और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हमने भर्ती निरस्त करने के गुणावगुणों को लेकर भी आज की बैठक में विचार विमर्श कर लिया है. अब हम मंत्री एक-दो बैठक कर रिपोर्ट दे देंगे, जिस पर अंतिम निर्णय सरकार को ही करना है.
एसओजी कर रही जांच: बता दें कि प्रदेश में भजनलाल सरकार बनने के बाद लेपर लीक मामलों को लेकर इस्पेशल टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे. जांच के दायरे में आई भर्ती परीक्षाओं में 13-15 सितंबर, 2021 को आयोजित SI भर्ती परीक्षा भी एक थी. उस समय बाबूलाल कटारा और रामू राम राईका दोनों आरपीएससी के सदस्य थे. शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसओजी ने बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया. एसओजी की जांच में कहा गया कि कटारा ने ही शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर माफिया अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को दिया था. वह तभी से जेल में है. अब उसके तार एसआई भर्ती परीक्षा से भी जुड़ते दिख रहे हैं. ऐसे में सभी की नजर एसओजी के नए खुलासे पर है.
इस साल मार्च में एसओजी ने एसआई भर्ती में पेपर लीक का खुलासा करते हुए सबसे पहले 14 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से अब तक एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक 100 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें 42 ट्रेनी एसआई हैं. जिन्होंने लीक पर्चा पढ़कर परीक्षा पास की या फिर अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास की. जबकि पेपर लीक गिरोह से जुड़े 28 लोगों को भी एसओजी ने दबोचा है. इनमें आरपीएससी के दो पूर्व सदस्य भी शामिल हैं.