चंडीगढ़: पंचकूला की कालका विधानसभा सीट से पूर्व विधायक कांग्रेसी नेता प्रदीप चौधरी व उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हरियाणा पुलिस समीक्षा कर रही है. इसका कारण रायपुररानी के एक गांव में बीते दिनों बाइक सवार तीन अज्ञात लोगों की ओर से प्रदीप चौधरी के काफिले पर की गई गोलीबारी की घटना है. हालांकि इस घटना से पहले चौधरी की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात थे, जो अभी भी हैं.
वेपन हैंडलिंग में माहिर पुलिसकर्मियों को सुरक्षा का जिम्मा: रायपुर रानी क्षेत्र में प्रदीप चौधरी के काफिले पर हुए हमले के बाद पुलिस विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा उनकी सुरक्षा में वेपन हैंडलिंग में माहिर पुलिसकर्मियों को तैनात करने पर विचार किया गया था. इस कारण चौधरी की सुरक्षा में पहले से तैनात एक एएसआई को वापस बुलाया गया. लेकिन जब अपने सुरक्षाकर्मी से यह बात प्रदीप चौधरी के कानों तक पहुंची तो उन्होंने डीसीपी पंचकूला से संपर्क किया. चौधरी ने उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों की ड्यूटी से स्वयं को संतुष्ट बताया. इसके बाद अधिकारियों ने उनके सुरक्षाकर्मी को वापस बुलाने का फैसला टाल दिया है.
चौधरी व परिवार की सुरक्षा की समीक्षा जारी: डीसीपी पंचकूला हिमाद्री कौशिक ने बताया कि रायपुर रानी में हुई फायरिंग की वारदात के बाद से कांग्रेसी नेता प्रदीप चौधरी व उनके परिवार की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है. साथी चौधरी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ने पर भी विचार किया जा रहा है.
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनावों के चलते प्रदीप चौधरी व उनके पारिवारिक सदस्य रोजाना कालका की विभिन्न जगहों पर लोगों से उन्हें जिताने की अपील कर रहे हैं. इसी कारण प्रदीप चौधरी व उनके परिवार को अपनी सुरक्षा का खतरा है और हरियाणा पुलिस भी सुरक्षा की समीक्षा कर रही है.
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से मिली मदद: रायपुररानी में कांग्रेसी नेता प्रदीप चौधरी के काफिले पर हुई गोलीबारी की घटना में पुलिस को आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से अहम सुराग हाथ लगे हैं. हमलावरों की धरपकड़ के लिए डीसीपी पंचकूला के निर्देश पर स्थानीय थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच, एसआईटी, एसीपी क्राइम के नेतृत्व में चार पुलिस टीम गठित की गई हैं. डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने आगामी एक-दो दिन में हमलावरों को पकड़ लिए जाने की उम्मीद जताई है.
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हिस्ट्रीशीटर गोल्डी खतरे से बाहर: प्रदीप चौधरी के काफिले में शामिल जिस व्यक्ति को बाइक सवार हमलावरों ने निशाना बनाया, वह हरियाणा पुलिस का हिस्ट्रीशीटर गोल्डी है. हमले में गोल्डी के बाजू और कंधे में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे तुरंत चंडीगढ़ पीजीआई ले जाया गया. फिलहाल गोल्डी की हालत खतरे से बाहर है और पुलिस उसके बयान भी दर्ज कर चुकी है. पुलिस के अनुसार इस हमले का प्रदीप चौधरी के काफिले से कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने इस वारदात को पुरानी रंजिश के कारण अंजाम दिया है.