जयपुर: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के विरोध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर के रेजीडेंट्स डॉक्टर्स का विरोध और कार्य बहिष्कार जारी है. जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स इंडिया (JARD) के अध्यक्ष डॉ मनोहर सियोल का कहना है कि कोलकाता में जो घटना हुई उससे लगता है कि आज देश में महिला चिकित्सक सुरक्षित नहीं हैं. ऐसे में हमारी मांग है कि केंद्र सरकार चिकित्सकों की सुरक्षा को सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करें और जब तक इस एक्ट को लागू करने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक कार्य बहिष्कार जारी करेगा.
रेजीडेंट्स का कहना है कि वो नहीं चाहते कि चिकित्सक कार्य बहिष्कार करें, लेकिन मजबूरन उन्हें ये कदम उठाना पड़ रहा है. आज रात रेजीडेंट्स ने एक प्रोटेस्ट भी करने का निर्णय लिया है और यह प्रोटेस्ट आजादी की वर्षगांठ से पूर्व किया जाएगा. इस दौरान रेजिडेंट चिकित्सकों ने आमजन से भी अपील किया कि वह उनके साथ जुड़ें.
50 अतिरिक्त चिकित्सक लगाए: उधर एसएमएस हॉस्पिटल में रेजीडेंट्स के कार्य बहिष्कार से मरीजों के इलाज पर असर ना पड़े. इसे लेकर अतिरिक्त डॉक्टर्स की ड्यूटी लगा दी है. मामले को लेकर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दीपक माहेश्वरी का कहना है कि एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में रेजीडेंट चिकित्सक हड़ताल पर हैं, तो ऐसे में 50 अतिरिक्त चिकित्सक लगाए गए हैं. इसके साथ ही रेजिडेंट चिकित्सकों की जो भी मांगे हैं, उसको लेकर बातचीत की गई है. समाधान निकालने के प्रयास किया जा रहे हैं.
यह संगठन भी उतरा विरोध में: इसके साथ ही अब राजस्थान के सेवारत चिकित्सक संघ ने भी कोलकाता में रेजीडेंट चिकित्सक के साथ हुई दरिंदगी का विरोध किया है. अखिल सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी का कहना है कि इस घटना से पूरा चिकित्सा समुदाय आक्रोशित है और सेवारत चिकित्सक संघ के संगठन ने निर्णय लिया है कि संघ से जुड़े सभी चिकित्सक काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताएंगे.