अजमेर: कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में रेजीडेंट महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और रेप के मामले से उपजे आक्रोश से अजमेर भी अछूता नहीं रहा. अजमेर में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट्स ने कार्य बहिष्कार कर अपना विरोध जताया. डॉक्टरों ने जेएलएन अस्पताल के आपातकालीन वार्ड के सामने खड़े होकर प्रदर्शन किया और रेप के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की. रेजीडेंट डॉक्टरों का कहना था कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी,तब तक कार्य बहिष्कार रहेगा.
मेडिकल कॉलेज की महिला रेजिडेंट डॉ. सौम्या माथुर ने कहा कि मेडिकल हेल्थ प्रोफेशनल के लिए सरकार प्रोटेक्शन एक्ट बनाए. इस घटना की सीबीआई से जांच होनी चाहिए.उन्होंने बताया कि मांगे पूरी नहीं होने तक रेजीडेंट डॉक्टर का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि रात को अस्पताल में सिक्योरिटी के कोई इंतजाम नहीं होते हैं.ऐसी घटना से आक्रोश के साथ सुरक्षा को लेकर चिंता भी है.
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आपातकालीन सेवा रहेगी बहाल: राजस्थान रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. दिलराज मीणा ने बताया कि घटना के विरोध में कल से ही विरोध प्रदर्शन किया जा रहे हैं.मंगलवार को कार्य बहिष्कार किया गया है. डॉ मीणा ने कहा कि कोलकत्ता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दरिंदगी और रेप की घटना से रेजिडेंट डॉक्टर में काफी आक्रोश है.इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए.इस प्रकरण में जांच सीबीआई से करवानी चाहिए.
रेजिडेंट डॉक्टरों की ये हैं मांगें:
- मृतक डॉक्टर के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए.
- अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार एक अनिवार्य प्रोटोकॉल जारी करें.
- सेंट्रल हेल्थ केयर प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने में तेजी लाने के लिए मेडिकल एसोसिएशन और विशेषज्ञों की कमेटी का तत्काल गठन किया जाना चाहिए.
- आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर्स की मांगों को स्वीकार किया जाना चाहिए और उन मांगों पर तेजी से कार्रवाई होनी चाहिए.