सरगुजा : प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए किए गए आरक्षण ने दिग्गजों के समीकरण बिगाड़ दिए हैं. आरक्षण प्रक्रिया के बाद जिला पंचायत के बड़े चेहरों की सीट प्रभावित हो गई है. वार्ड आरक्षण में सीट प्रभावित होने के बाद अब चुनाव में दलों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. दिग्गजों के स्थान पर नये चेहरों को मैदान में उतारना पड़ेगा.
दिग्गजों के जगह पर दिखेंगे नये चेहरे : बुधवार को हुए आरक्षण के बाद सरगुजा जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, युवा नेत्री सरला सिंह के क्षेत्र की स्थिति प्रभावित हुई है. वार्ड आरक्षण में सीट प्रभावित होने के बाद कांग्रेस की परेशानी बढ़ गई है और अब चुनाव में इन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. दिग्गजों के स्थान पर नये चेहरों को मैदान में उतारना पड़ेगा.
दो दिग्गजों के क्षेत्र में बदले समीकरण : बुधवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया की गई है. सरगुजा जिले में 14 जिला पंचायत सदस्य, 7 जनपद पंचायत अध्यक्ष, 121 जनपद सदस्य, 439 सरपंच, 6085 पंचों के चुनाव हेतु आरक्षण की प्रक्रिया लॉटरी पद्धति से की गई. आरक्षण प्रक्रिया की वजह से जिले के कई दिग्गज कांग्रेस नेताओं के निर्वाचन क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. अब वे अपनी सीटों से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.
कांग्रेस नेताओं के निर्वाचन क्षेत्र प्रभावित : जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता का क्षेत्र क्रमांक 1 सामान्य मुक्त से सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है. जिला पंचायत सदस्य सरला सिंह का क्षेत्र क्रमांक 4 लखनपुर भी सामान्य महिला से अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हो गया है. जबकि जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह का क्षेत्र क्रमांक 7 भी अब अजजा महिला वर्ग के लिए आरक्षित हो गया है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता नहीं लड़ पाएंगे चुनाव : इस तरह आरक्षण में सीधे तौर पर सिर्फ कांग्रेस के दावेदारों को ही नुकसान पहुंचा है. समीकरण बिगड़ने के बाद अब वर्षों से क्षेत्र में तैयारी कर रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता अपने जिला पंचायत क्षेत्रों से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. आरक्षण प्रक्रिया के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह का जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 अजजा महिला से परिसीमन के बाद अनारक्षित घोषित हो गया. इसी तरह से जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव का जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 सामान्य मुक्त से सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो गया है.
जिपं सदस्यों की 8 सीट महिला के लिए रिजर्व : सरगुजा जिले में कुल 14 जिला पंचायत सदस्यों के सीट निर्धारित हैं. इस बार आरक्षण में क्षेत्र क्रमांक 5 लखनपुर, 9 लुंड्रा को अनारक्षित मुक्त, क्षेत्र क्रमांक 3 अंबिकापुर, 4 लखनपुर, 12 सीतापुर, 13 मैनपाट को अनुसूचित जनजाति मुक्त रखा गया है. इसी तरह महिला आरक्षण में जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 अंबिकापुर व 2 अंबिकापुर को अनारक्षित महिला, जिपं क्षेत्र क्रमांक 6 उदयपुर को अनुसूचित जाति महिला, क्षेत्र क्रमांक 11 सीतापुर, 14 मैनपाट, 7 उदयपुर, 8 लुंड्रा व 10 बतौली को अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है. इस तरह जिला पंचायत में इस बार सबसे ज्यादा 8 सीट महिलाओं को दिया गया है.
महिलाओं को जनपद अध्यक्ष की चार सीटें : सरगुजा जिले में कुल 7 जनपद अध्यक्षों की सीट निर्धारित है. आरक्षण रोस्टर में जनपद अध्यक्षों की सीट को अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है. अजजा वर्ग के लिए आरक्षण के बाद महिला और पुरुष वर्ग के लिए सीटों का आरक्षण किया गया है. जिसमें जनपद पंचायत अंबिकापुर, उदयपुर और मैनपाट को पुरुष व जनपद पंचायत लखनपुर, लुंड्रा, सीतापुर और बतौली को महिला अध्यक्ष के लिए आरक्षित किया गया है.
मैनपाट व बतौली में बढ़ गए जनपद सदस्य : सरगुजा जिले में त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में सरपंच पद के लिए सभी 439 ग्राम पंचायत की सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. जबकि जिले में जनपद सदस्य के सीटों की संख्या इस बार बढ़कर 121 हो गई है. परिसीमन के बाद मैनपाट में 2 और बतौली में 3 जनपद सदस्य बढ़ गए हैं. इससे पहले मैनपाट में जनपद सदस्यों की संख्या 15 थी, जो अब बढ़कर 17 हो गई है. जबकि बतौली में जनपद सदस्यों की संख्या 12 थी, जो अब बढ़कर 15 हो गई है.