कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा डैम के क्षतिग्रस्त होने से भारी नुकसान हुआ है. मलाणा में बुधवार रात को बादल फटा, जिसके चलते यहां पर नदी-नालों में बाढ़ आ गई और पार्वती नदी का भी जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया. जिसके चलते मलाणा डैम भी क्षतिग्रस्त हो गया और डैम के एक साइड की दीवार पूरी तरह से टूट गई. वहीं, मलाणा डैम के साथ टनल के अंदर अभी भी चार कर्मचारी फंसे हुए हैं. ये कर्मचारी परसों रात से यहां फंसे हुए हैं. हालांकि कर्मचारी पूरी तरह से सुरक्षित हैं, लेकिन रास्ता खराब होने के कारण वे टनल से बाहर नहीं निकल पाए.
मलाणा टनल में रेस्क्यू के लिए टीम रवाना
ऐसे में अब जिला प्रशासन के द्वारा चारों कर्मचारियों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इनमें तीन कर्मचारी कुल्लू जिला और एक मध्य प्रदेश का रहने वाला है. शुक्रवार सुबह ही रेस्क्यू टीम, एनडीआरएफ की टीम व स्थानीय युवा मलाणा डैम की और रवाना हुए और अब मलाणा डैम पहुंचकर टनल से सभी कर्मचारियों को बाहर निकालने की दिशा में भी काम किया जाएगा.
33 लोगों को बीते रोज किया था रेस्क्यू
जरी से लेकर मलाणा सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. जिसके चलते पूरी टीम को पैदल ही यह सफर तय करना होगा. ऐसे में उन्हें भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां पर 33 लोगों को पहले ही गुरुवार को रेस्क्यू टीम के द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया था, लेकिन चार कर्मचारी टनल के अंदर ही फंस गए थे. अब रेस्क्यू टीम के द्वारा दोपहर तक सभी कर्मचारियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर कुल्लू लाया जाएगा.
"रेस्क्यू टीम को रवाना कर दिया गया और चारों कर्मचारी टनल के भीतर सुरक्षित हैं. टनल के फंसे कर्मचारियों को दोपहर तक सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया जाएगा." - तोरुल एस रवीश, डीसी कुल्लू