बगहा: बिहार के बगहा में पर्यटन नगरी वाल्मीकिनगर के रिहायशी इलाकों में आए दिन सांपों के निकलने से लोग दहशत में हैं. यहां हफ्ते भर के अंदर चार अजगर, तीन रसेल वाइपर और दो जहरीले ब्लैक कोबरा का रेस्क्यू किया गया है. जहां बुधवार को जी टाइप कॉलोनी निवासी मुन्ना सिंह के घर से एक इंडियन रॉक पायथन का रेस्क्यू किया गया. वहीं शुक्रवार की सुबह शीला प्रसाद के घर से एक अजगर को पकड़ा गया.
घर में घुसा इंडियन रॉक पायथन: बताया जा रहा है कि जी टाइप कॉलोनी के मुन्ना सिंह के घर में घुसा इंडियन रॉक पायथन उनके बछड़े को अपना निवाला बनाने का प्रयास कर रहा था. हालांकि तभी परिवार वालों की नजर पड़ गई. उन्होंने तत्काल अजगर का ध्यान भटकाने का प्रयास शुरू किया और इसकी सूचना वन विभाग को दी. मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने अजगर का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया.
मिला 9 फीट लंबा अजगर: वहीं शीला प्रसाद के घर में शुक्रवार को तकरीबन 9 फीट लंबा अजगर मिला. बताया जा रहा है कि वह अजगर एस्बेस्टस से बने छत में घुसा हुआ था. जिसका रेस्क्यू वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया के सुनील कुमार, गजेन्द्र कुमार और अन्य वन कर्मियों ने किया. उक्त अजगर चूहों को अपना निवाला बना रहा था तभी लोगों की नजर उस पर पड़ गई. परिवार के सदस्य किसी जहरीला सांप होने के डर से घर छोड़कर बाहर भाग खड़े हुए और वन विभाग को इसकी सूचना दी.
घर में घुसा रसेल वाइपर: बुधवार और गुरुवार को वाल्मीकिनगर के थापा टोला और भरियानी गांव में दुनिया के खतरनाक सांपों में से एक रसेल वाइपर का रेस्क्यू किया गया. भरियानी गांव के एक घर के मुख्य दरवाजे पर यह सांप लटका हुआ था और घर के भीतर घुसने की कोशिश कर रहा था. वहीं थापा टोला मोहल्ला में घर के भीतर से रसेल वाइपर सांप का रेस्क्यू किया गया.
![Snakes Rescue In Bagaha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/25-10-2024/22758406_1078_22758406_1729840637284.png)
मॉनसून के बाद जारी है सांपों का सिलसिला: बता दें कि रसेल वाइपर सांप के काटने से एक महिला की मौत हो गई है, जबकि एक महिला का कोलकाता में इलाज चल रहा है.वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है. उधर एक पीड़ित की हालत लंबे इलाज के बाद अभी सामान्य हुई है. ये सभी वाल्मीकिनगर के अलग-अलग मोहल्लों के रहने वाले हैं.
![Snakes Rescue In Bagaha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/25-10-2024/bh-bgh-1-python-rescued-from-a-house-vis-bh100036_25102024112045_2510f_1729835445_265.jpg)
वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के रेंजर का कहना है कि मॉनसून के समय से ही सांपों के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ है. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटा होने के कारण जंगल से सांप रिहायशी इलाकों में पहुंच जा रहे हैं. यही कारण है कि आए दिन सांप देखे जा रहे हैं. वन विभाग सांप को पकड़ कर जंगल में जोड़ दे रहा है.
![Snakes Rescue In Bagaha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/25-10-2024/bh-bgh-1-python-rescued-from-a-house-vis-bh100036_25102024112045_2510f_1729835445_447.jpg)
"सावधानी बरतना जरूरी है, इसके लिए लोगों को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग जरूर करना चाहिए. इसके अलावा अपने घरों के आसपास साफ सफाई रखें. झाड़ियों की कटाई करते रहें. ठंड के मौसम में गर्म जगह की तलाश में भी सांप रिहायशी इलाकों का रुख करते हैं, लिहाजा सतर्कता जरूरी है."-रेंजर , वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र
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