जशपुर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखंड में बाढ़ में फंसे लोगों का तीन दिन बाद रेस्क्यू किया गया. ग्राम पंचायत बाबुसाज बहार के राजेन्द्र राय, सुलेमान एक्का, रिझु लोहार और उसकी पत्नी नदी की दूसरी तरफ फंस गए थे. सभी लोग मवेशी चराने के लिए ईब नदी की दूसरी ओर सरकरा जंगल में गए थे.लेकिन भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ा और सभी लोग फंस गए. शनिवार को जिला प्रशासन की NDRF की टीम ने ग्रामीणों समेत मवेशियों को बचाया. ये सभी तीन दिन से बाढ़ में फंसे हुए थे.
जंगल में मवेशी चराने गए थे ग्रामीण : ग्राम बाबुसाज बहार के 3 पुरूष और 1 महिला जंगल में मवेशी चराने गए थे. इसी बीच भारी बारिश के कारण ईब और शान नदी में बाढ़ आ गई. ग्रामीण दिन भर नदी में पानी कम होने का इंतजार करते रहे लेकिन बारिश नहीं रुकी और बाढ़ का पानी भी कम नहीं हुआ. शुक्रवार को जिला प्रशासन की टीम मौके पर जाकर फंसे हुए लोगों का जायजा लिया. लेकिन शुक्रवार को भी पानी कम नहीं हुआ नतीजतन ग्रामीणों को वहीं रुकना पड़ा.शनिवार को नदी में पानी का बहाव कम हुआ.जिसके बाद बचाव दल ने सभी ग्रामीणों का रेस्क्यू करके बाहर निकाला.
सीएम ने दिए हर सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर में वर्षा से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. जिला प्रशासन और कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए हैं. राहत एवं बचाव दल लोगों और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचा रहा है.कुनकुरी के ईब नदी में फंसे लोगों और मवेशियों को नगर सेना के जवानों ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. जशपुर में पिछले 4 दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है.
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों से जिले में हो रही बारिश की वजह से नदी-नालों में बहाव की स्थिति की लगातार जानकारी ले रहे हैं. इसके साथ ही जहां तेज बारिश की वजह से नदी-नालों पर बने रपटा या पुलिया के उपर से पानी बह रहा है, उन जगहों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश भी दिए गए हैं.नगर सेना के जवान राहत बचाव दल निरंतर लोगों की सहायता कर रहे और प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा रहा है.