गरियाबंद: वन विभाग की टीम ने पोटाश बम से घायल हुए हाथी के शावक का रेस्क्यू कर लिया है. करीब 20 दिनों बाद हाथी शावक का रेस्क्यू करने में कामयाबी मिली है. डॉक्टरों और ट्रैकर सहित रिजर्व अमला शावक की लगातार निगरानी कर रहा है.8 नवंबर को पोटाश बम धमाके में हाथी का शावक घायल हुआ था. घायल हाथी पर नजर बनाए रखने के लिए वन विभाग ने थर्मल ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद ली थी.
हाथी के शावक को लाया जा सकता है रायपुर: बुधवार को रिसगांव परिक्षेत्र के जंगल में हाथी के शावक का रेस्क्यू किया गया. घायल शावक का डॉक्टर्स की टीम द्वारा ट्रीटमेंट किया जा रहा है. घायल शावक की स्थिति नाजुक बताई जा रही है.40 हाथियों के दल ने घायल शावक को अकेला छोड़ दिया था. पोटाश बम की चपेट में आने से हाथी शावक के जबड़े और पैर में गंभीर चोट आई थी. उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक वरुण जैन ने बताया कि ''24 घंटे के अंदर स्थिति में सुधार नहीं होने पर हाथी के शावक को रायपुर ले जाने की तैयारी है.''
वन विभाग की टीम अलर्ट: हाथी के शावक को लेकर वन विभाग की टीम अलर्ट है. पोटाश बम लगाने वाले की तलाश की जा रही है. अभी तक वन विभाग आरोपी को पकड़ पाने में नाकाम रहा है. पोटाश बम धमाके की घटना 8 नवंबर 2024 की बताई जा रही है. इस मामले का खुलासा 10 नवंबर को हुआ था. तब से लगातार हाथी के शावक की तलाश की जा रही थी. वन विभाग की टीम ने आरोपी शिकारी को पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की थी. जो भी आरोपी शिकारी का सुराग देगा उसके लिए वन विभाग ने 10 हजार रुपये इनाम की व्यवस्था की थी.