बलरामपुर रामानुजगंज: गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुल चुके हैं. लंबी छुट्टी बिताने के बाद नए जोश और उमंग के साथ बच्चे स्कूल भी पहुंच रहे हैं. बच्चों की शिकायत है कि उनके स्कूल में भवन मरम्मत का काम होने के चलते वो पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. स्कूल खुलने के साथ ही निर्माण कार्य में लगे मजदूर भी रिपेयरिंग का काम करने चले आते हैं. दिन भर छेनी और हथौड़ी की ठक ठक के चलते उनका पढ़ना लिखना मुश्किल हो गया है.
शोर शराबे में कैसे होगी बच्चों की पढ़ाई: जिन स्कूलों में मेंटेनेंस का काम चल रहा है वहां के स्कूली बच्चे परेशान हैं. बच्चे और उनके अभिभावक अब सवाल पूछ रहे हैं कि रिपेयरिंग वर्क के दौरान जो शोर शराबा हो रहा है उसमें कैसे पढ़ाई होगी. सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि जब इतनी बड़ी संख्या में सरकारी स्कूल के भवनों की मरम्मत करानी थी तो पहले क्यों नहीं कराई गई. अब जब स्कूल खुल गए हैं और मॉनसून आ चुका है तब मरम्मत का काम क्यों कराया जा रहा है.
''हमारे यहां 561 काम पूरे हो चुके हैं 300 के करीब और काम बाकी हैं. उम्मीद है जल्द ही बाकी का बचा पूरा काम खत्म कर लिया जाएगा. जहां भवन का काम पूरा हो चुका है वहां पर बच्चों को शिफ्ट किया जाएगा''. - डॉ डीएन मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी
स्कूल खुलने पर मनाया गया शाला उत्सव: 26 जून से सभी सरकारी स्कूल खुल चुके हैं. स्कूलों के खुलने पर शाला उत्सव का आयोजन किया गया. गर्मी की छुट्टियां बिताकर लौटे छात्रों का स्वागत स्कूल में तिलक लगाकर किया गया. छुट्टियों से लौटे बच्चे जहां शानदार स्वागत से खुश हुए वहीं स्कूल के मरम्मत के काम में लगे निर्माण एजेंसी की लेटलतीफी का खामियाजा अब वो भुगत रहे हैं.