नवादा: बिहार में अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में बिहार के नवादा में भी प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाते हुए अतिक्रमण हटाया. प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखा गया.
अतिक्रमणकारियों में आक्रोश: मिली जानकारी के अनुसार, जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के सहजपुरा गांव में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की. प्रशासन की तरफ से अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों पर बुलडोजर चलाकर उसे तोड़ दिया गया है. जिसके बाद से अतिक्रमणकारियों में आक्रोश देखा गया. बताया जा रहा कि यहां की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर मकान बनाया गया था, जिसे तोड़कर अतिक्रमण हटाने का कार्य मंगलवार को किया गया.
कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई: वहीं, इस दौरान बुलडोजर मशीन से मकान और चाहरदीवारी को तोड़ने का कार्य किया गया. बताया जा रहा कि उच्च न्यायालय के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है. इस दौरान भारी पुलिस बल क तैनात किया गया था. साथ ही चौक-चौबंद के पूरे इंतजाम किए गए थे.
अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू: इधर, मौके पर प्रभारी सीओ सह राजस्व पदाधिकारी अर्चना कुमारी, थानाध्यक्ष राजगृह प्रसाद समेत अन्य पदाधिकारी और काफी संख्या में पुलिस बल तैनात दिखें. जिसके बाद प्रभारी सीओ सह राजस्व पदाधिकारी ने उच्च न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू किया.
नोटिस भी भेजा गया था: बता दें कि इस गांव के लोग सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर मकान और चाहरदीवारी का निर्माण कर रह रहे थे. जिसमे चार प्लॉट में 20 लोग सरकारी भूमि को अतिक्रमण कर मकान और चहारदीवारी बनाकर कब्जा जमा लिए थे. सभी लोगों को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन उसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया. इसके बाद पुलिस ने मामले को अपने हाथ में लिया और मंगलवार को दलबल के साथ मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटाने का कार्य शरू हुआ.
"उच्च न्यायालय के आदेश पर हमने अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू कर दिया है. सहजपुरा गांव के लोग सरकार जमीन पर कब्जा किए हुए थे. उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन उन्होंने इस बात को अनदेखा कर दिया. जिसके बाद हमे दल बल के साथ उन्हें हटाया जा रहा है. सहजपुरा गांव जब तक अतिक्रमण मुक्त नहीं होगा, हम लोगों द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता रहेगा." - अर्चना कुमारी, राजस्व पदाधिकारी
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