श्रीगंगानगर. जिले के सादुलशहर में राष्ट्रीय लोक अदालत में ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की समझाइश के बाद चार सालों से टूटा पति-पत्नी का रिश्ता एक बार फिर से जुड़ गया. उसके बाद दोनों ने अदालत में ही एक-दूसरे को माला पहनाकर फिर से शादी की. ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट किरण राठी ने बताया कि शनिवार को द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न प्रकरण रखे गए.
उन्होंने बताया कि इन प्रकरणों में पति-पत्नी के विवाद के भी दो मामले सामने आए, जिसमें से एक प्रकरण को समझाइश के बाद समाप्त कर दिया गया. ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने बताया कि मामूली विवाद के चलते दोनों पति-पत्नी पिछले चार सालों से अलग रह रहे थे और अदालतों के चक्कर काट रहे थे, लेकिन शनिवार को लोक अदालत में दोनों की समझाइश कराई गई. उसके बाद दोनों ने फिर से अदालत में ही एक-दूसरे को माला पहनाकर शादी कर ली.
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हालांकि, इस बीच जब एक बच्चा रोने लगा तो ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने उसे गोद में उठा लिया और उसे आशीर्वाद दिया. वहीं, इस दृश्य को देख वहां मौजूद वकीलों ने तालियां बजाई और फिर दोनों हंसी खुशी दोनों पति-पत्नी अपने घर को लौट गए.
ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट किरण राठी ने बताया कि द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत में एडीजे कोर्ट के 43, एसीजेएम कोर्ट के 153 , ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट के 49, प्री लिटिगेशन के 44 और रेवेन्यू कोर्ट के 7180 प्रकरणों का निस्तारण किया गया. साथ ही इस लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए उन्होंने तहसीलदार, नायब तहसीलदार और अधिवक्ताओं का आभार प्रकट किया.