सिरमौर : जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार की यात्रा पर गई एक महिला की अचानक तबियत बिगड़ गई, जिसे तुरंत स्ट्रेचर पर 7 किलोमीटर पैदल उठाकर सराहां के साथ लगते मड़ाहलानी में सड़क तक पहुंचाया गया. जहां से उसे आईजीएमसी शिमला ले जाया गया है.
दरअसल 3 अक्तूबर को नीलम शर्मा पत्नी अजय शर्मा (38) निवासी गांव व डाकघर जमटा, तहसील नाहन जिला सिरमौर अपनी दो बहनों के साथ चूडधार यात्रा पर निकली थी. बताया जा रहा है कि नीलम शर्मा पहले से कुछ बीमार थीं. अचानक उनके मन में भी चूड़धार जाने की इच्छा हुई. वह चूड़धार पहुंचीं और 4 अक्टूबर की सुबह शिरगुल महाराज के दर्शन भी किए. इसके बाद नीलम शर्मा की तबियत अचानक बिगड़ गई. उन्हें अचानक घबराहट हुई. उल्टियां और बीपी लो हो गया. इसके बाद चूडधार में तैनात पुलिस जवान अखिल कुमार ने चूड़धार सेवा समिति के कर्मचारियों को सूचना दी.
लिहाजा रोशनलाल शर्मा, सोहन सिंह ठाकुर व पंकज आदि ने नीलम को सीढ़ी से बनाए टैंपरेरी स्ट्रेचर की सहायता से 7 किमी उठाकर उसे सराहां के मड़ाहलानी तक पहुंचाया. जहां से उन्हें आगामी उपचार के लिए सीधे आईजीएमसी शिमला ले जाया गया.
उधर चूड़ेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष बाबूराम शर्मा ने बताया कि, 'महिला की अचानक तबियत बिगड़ गई थी, जिसे सेवा समिति के कर्मचारियों ने उठाकर पैदल ही सड़क तक पहुंचाया. सेवा समिति के कर्मचारी अपनी ड्यूटी के साथ साथ ऐसे समय में हमेशा श्रद्धालुओं की मदद करते आ रहे हैं. चूड़धार की यात्रा के लिए अब मेडिकल फिटनेस के साथ साथ नौहराधार पुलिस चौकी में पंजीकरण और वेरिफिकेशन कराना जरूरी है. इससे पहले 10 मई को भारतीय मूल की अमेरिकी महिला की भी तबियत बिगड़ गई थी, जिसे प्रशासन ने हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया था. इसके बाद मेडिकल फिटनेस और पंजीकरण कराना जरूरी कर दिया गया है. उन्होंने चूड़धार आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों से आह्वान किया कि वो प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें.'