अलवर: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव और प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा दोनों अलवर का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन अलवर को वायु प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए दोनों मंत्री कुछ नहीं कर रहे. इन मंत्रियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अलवर को वायु प्रदूषण मुक्त करने के लिए विशेष कार्ययोजना की मांग करनी चाहिए.
प्रतिपक्ष नेता जूली ने शुक्रवार को रामगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान बयान जारी करते हुए कहा कि अलवर शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स ( एक्यूआई) का स्तर बेहद खराब है. यह अलवर के लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा गंभीर प्रश्न है. उन्होंने कहा कि अलवर से सांसद बनने के बाद भूपेन्द्र यादव का क्षेत्र से जुड़ाव नहीं रह गया है, जबकि उनकी पहली प्राथमिकता अलवर को वायु प्रदूषण मुक्त कराने की होनी चाहिए.
दिखावे के मंत्री हैं शर्मा: नेता प्रतिपक्ष ने राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि वे सिर्फ दिखावे के मंत्री हैं. शर्मा की न मुख्यमंत्री सुनते हैं और न ही अधिकारी. उनकी नाकामी अलवर की जनता को भुगतनी पड़ रही है. जूली ने कहा कि एनसीएपी के एजेंडे में शामिल है कि वह वायु प्रदूषण से युक्त क्षेत्रों की राज्यों के जरिए विशेष आर्थिक मदद करे. वायु प्रदूषण के स्रोतों पर ध्यान दे. सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा दे. प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को नियंत्रित करे. नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि अलवर और भिवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स चिंताजनक है.
नाकाम रही डबल इंजन की सरकार: जूली ने कहा कि अलवर दिल्ली एनसीआर की परिधि में शामिल है. इसके बावजूद अलवर को केंद्र व राज्य की कथित डबल इंजन सरकार स्वच्छ वायु भी उपलब्ध कराने में नाकाम रही हैं. यह दुर्भाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को अलवर का स्थापना दिवस है. इस दिन स्वच्छ एवं हरित अलवर की परिकल्पना के साथ केन्द्र व राज्य सरकार को विशेष कार्ययोजना घोषित करनी चाहिए.