नई दिल्ली: नागरिक संशोधन कानून (सीएए) की अधिसूचना जारी होने के बाद दिल्ली में दशकों से रह रहे हिंदू शरणार्थियों को सोमवार को भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है. अब भारत में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए गैर मुस्लिम हिंदू शरणार्थी भारत के नागरिक हो सकेंगे. इसे लेकर दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रह रहे 180 परिवारों ने आज जश्न मनाया.
इस दौरान लोगों ने अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि मोदी सरकार ने हमारी नागरिकता की लंबी समय से चली आ रही मांग पर काम किया. इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद करते हैं. लोगों ने कहा कि इसका फायदा हमारे बच्चों को मिलेगा. प्रधानमंत्री को हमारी भी उम्र लग जाए. इस दौरान यहां रह रहे शरणार्थी खुशी से झूमते नजर आए.
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लोगों ने कहा कि वह पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में शरणार्थी बस्तियों में रह रहे हैं. उनके पास पोसपोर्ट आदि भी नहीं और काम करने के लिए दूसरे इलाकों में भी नहीं जा सकते है. अब इन दुविधाओं से लड़ने का हमारा रास्ता साफ हो गया है. जल्द ही हमें भी भारत के नागरिक के रूप में पहचान मिलेगी. इस दौरान इन लोगों की खुशी और उत्साह देखते ही बनी. ये शरणार्थी सरकार का धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं.