जगदलपुर: अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के ठीक एक दिन पहले ही बस्तर जिले का जगदलपुर शहर राममय हो गया. छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे बड़ा ऐतेहासिक दलपत सागर तालाब रविवार की शाम लगभग तीन लाख दीयों की रोशनी से जगमगा उठा. नगर निगम प्रशासन और जिला प्रशासन की पहल पर लोगों ने इसमें भारी संख्या में हिस्सा लिया. रामलला के स्वागत स्वरूप "एक दीया प्रभु श्री राम के नाम" दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में शहर के सभी वर्गों में गजब का उत्साह देखने को मिला.
दलपत सागर में हुआ विशेष पूजा पाठ: दलपत सागर के रानी घाट में पूजा अर्चना के बाद एक साथ तीन लाख दीयों की रोशनी में दलपत सागर की सुंदरता भी कई गुना बढ़ गई. इस दौरान दलपत सागर के किनारों में जलते दीपक और जगमग रोशनी से थल और नभ को रोशनी से भर दिया. दलपत सागर के आसपास दीप उत्सव पर जमकर आतिशबाजी भी की गई. जिससे पूरा माहौल उल्लासमय हो गया. सभी लोगों ने सात बजे भव्य आतिशबाजी के साथ दीये को जलाया.
"जिला प्रशासन और निगम प्रशासन ने यह पहल की थी. जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है. सभी बस्तरवासी उत्साह के साथ यहां पहुंचे. इस कार्यक्रम के सहभागी हुए.": प्रकाश सर्वे, जिला पंचायत सीईओ
लोगों में दिखा गजब का उत्साह: पद्मश्री धर्मपाल सैनी ने बताया कि इस दौरान लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला. पूरा दलपत सागर दीपमय हो गया. इससे दलपत सागर की सुंदरता देखते ही बनती है. लोगों में राम के प्रति आस्था दिखी. मन पूरी रीति से उत्साहित हो गया. चारों तरफ दीपक की रौशनी देख लोग काफी खुश हो गए. लोगों में गजब के आनंद की अनुभूति देखने को मिली.
"अचानक दीपोत्सव करने की योजना हुई. जिसे डेढ़ लाख के आसपास दीये जलाने की पहले योजना बनाई गई. जो जनसहयोग से धीरे धीरे 3 लाख तक पहुंच गया. कुछ दीये भी बच गए. तैयारी के लिए भी समय कम था. इसके बावजूद यह दीपोत्सव का कार्यक्रम भव्य तरीके से सम्पन्न कराया गया": अनिल लुक्कड़, स्थानीय निवासी
बस्तर पुलिस की तरफ से किए गए थे सुरक्षा के इंतजाम: इस आयोजन के लिए बस्तर पुलिस की तरफ से सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे. करीब 300 से अधिक जवानों की तैनाती बस्तर के दलपत सागर तालाब में की गई थी. पूरा आयोजन सफल रहा.